Every fourth person in the world will have an Apple phone made in India, Union Minister Mahendra Nath Pandeyप्रधानमंत्री 16 मई को रोजगार मेले में सरकारी विभागों में नव-नियुक्तों को 71 हजार नियुक्ति-पत्र प्रदान किया
उतर प्रदेश में लखनऊ,वाराणसी,आगरा,मुरादाबाद और गोरखपुर में बांटे जायेंगे नियुक्ति पत्र
केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय,श्रीमती स्मृति जुबिन इरानी,केंद्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा,डॉ. संजीव कुमार बालियान और अजय कुमार रहेंगे मौजूद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 मई को साढ़े दस बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये रोजगार मेले में सरकारी विभागों में नव-नियुक्तों को 71 हजार नियुक्ति-पत्र प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री इस अवसर पर नव-नियुक्तों को संबोधित भी किया ।
रोजगार मेले का आयोजन देशभर में 45 स्थानों पर किया । भरतियां इस पहल को समर्थन देने वाले केंद्रीय सरकारी विभागों और राज्य सरकारों/केंद्र शासित क्षेत्रों में की जा रही हैं। देशभर से चयनित नव-नियुक्तों को ग्रामीण डाक सेवक, डाक निरीक्षक, वाणिज्यिक व टिकट
लिपिक, कनिष्ठ लिपिक व टंकक, कनिष्ठ खाता लिपिक, ट्रैक मेनटेनर, सहायक सेक्शन अधिकारी, अवर श्रेणी लिपिक, उपमंडलाधिकारी, कर सहायक, सहायक प्रवर्तन अधिकारी, इंसपेक्टर, नर्सिंग अधिकारी, सहायक सुरक्षा अधिकारी, दमकल अधिकारी, सहायक खाता अधिकारी, सहायक लेखा परीक्षण अधिकारी, मंडलीय खाता निरीक्षक, लेखा परीक्षक, कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, सहायक कमानडेंट, प्रधानाध्यापक, प्रशिक्षित स्नातक अध्यापक, सहायक पंजीयक, सहायक प्रोफेसर, आदि विभिन्न पदों पर रखा जायेगा।
उतर प्रदेश में लखनऊ,वाराणसी,आगरा,मुरादाबाद और गोरखपुर में नियुक्ति पत्र बांटे जायेंगे .गौरतलब है कि इन नियुक्ति पत्रों को बांटने के लिये लखनऊ में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन इरानी , वाराणसी में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय , मुरादाबाद में केंद्रीय सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा,आगरा में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री, डॉ. संजीव कुमार बालियान और गोरखपुर में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय कुमार मौजूद ।
भारत के युवाओं के पास अलग-अलग सेक्टर्स में काम करने की स्किल रहनी बहुत जरूरी है। इसके लिए देश में उच्च शिक्षा संस्थानों, कौशल विकास संस्थानों का भी युद्धस्तर पर निर्माण हो रहा है। साल 2014 से 2022 के बीच हर साल एक नया आईआईटी और एक नया आईआईएम तैयार हुआ है। पिछले 9 वर्षों में औसतन हर हफ्ते एक यूनिवर्सिटी और हर दिन, और हर दिन दो कॉलेज खोले गए हैं। हमारी सरकार आने से पहले देश में 720 के आसपास यूनिवर्सिटीज थीं, अब इनकी संख्या बढ़कर 11 सौ से ज्यादा हो गई है। 7 दशकों में देश में सिर्फ 7 एम्स तैयार किए गए थे। पिछले 9 वर्षों में हम 15 नए एम्स बनाने की तरफ बढ़े हैं। इनमें से कई अस्पतालों ने अपनी सेवाएं देनी भी शुरू कर दी हैं। 2014 तक पूरे देश में 400 से भी कम मेडिकल कॉलेज थे। आज इनकी संख्या लगभग 700 हो चुकी है। कॉलेज बढ़े तो स्वाभाविक तौर पर सीटों की संख्या भी बढ़ी है, युवाओं के लिए उच्च शिक्षा की पढ़ाई के अवसर बढ़े हैं। साल 2014 से पहले हमारे देश में MBBS और MD की सीटें सिर्फ 80 हजार के आसपास ही होती थीं। अब देश में MBBS और MD की सीटें बढ़कर 1 लाख 70 हजार से भी ज्यादा हो गई हैं।
सरकार के इन प्रयासों से कितने ही नए सेक्टर्स में रोजगार के नए अवसर बन रहे हैं। मैं आपको सिर्फ एक उदाहरण देना चाहता हूं, EPFO का। अगर हम वर्ष 2018-19 के बाद के EPFO के Net Payroll के आंकड़ों को ही देखें तो साढ़े चार करोड़ से ज्यादा लोगों को formal jobs मिली हैं। Employee’s Provident Fund Organization का जो Payroll Data है, उससे साफ पता चलता है कि भारत में formal jobs में निरंतर वृद्धि हो रही है। Formal jobs में इस वृद्धि के साथ ही देश में स्वरोजगार के मौके भी लगातार बढ़ रहे हैं।
रोजगार मेला, रोजगार सृजन को उच्च प्राथमिकता देने के प्रति प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने की दिशा में एक पहल है। रोजगार मेले से यह संभावना है कि वह आगे रोजगार सृजन तथा युवाओं के सशक्तिकरण तथा राष्ट्रीय विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये उन्हें सार्थक रोजगार अवसर प्रदान करने में अहम भूमिका निभायेगा।
नव-नियुक्तों को कर्मयोगी प्रारंभ के माध्यम से खुद को प्रशिक्षित करने का अवसर मिलेगा। यह विभिन्न सरकारी विभागों में नये नियुक्त होने वालों के लिये कामकाज से परिचित होने का ऑनलाइन पाठ्यक्रम है।
फोटो :वीडियो: अशोक पाण्डेय (उत्तम सवेरा न्यूज़, मीडिया प्रभारी, उत्तर प्रदेश)