वाराणसी। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में की गई एयर स्ट्राइक के मद्देनज़र, गृह मंत्रालय के आदेश पर पूरे देश में अलर्ट जारी है। इसी क्रम में वाराणसी में भी युद्ध जैसी स्थिति से नागरिकों को बचाने के लिए एक संयुक्त मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
पुलिस लाइन मैदान में आयोजित इस मॉक ड्रिल में पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), सिविल डिफेंस टीम, फायर सर्विस और अन्य संबंधित विभागों के कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को युद्ध जैसी विपरीत परिस्थितियों में स्वयं का बचाव करने के तरीकों से अवगत कराना था।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस चन्नप्पा ने बताया कि गृह मंत्रायलय के निर्देश पर संयुक्त मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसमें लोगों को विपरीत परिस्थितियों से निबटने का तरीका बताया गया। उन्होंने बताया कि जगह-जगह इस तरह की मॉक ड्रिल कराकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसमें एनसीसी कैडेट्स, स्कूली बच्चों और स्वयं सहायता समूहों को भी शामिल किया जाएगा।
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह अभ्यास किया जा रहा है ताकि आम नागरिक किसी भी आपातकाल में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के कर्मचारी इस प्रशिक्षण में शामिल हैं। किसी प्रकार की घटना के बाद किस तरह से सायरन बजेगा और बंद होगा, इसके बारे में लोगों को बताया गया। वहीं यदि कोई घटना होगी तो एनडीआरएफ और अग्निशमन विभाग की टीम किस तरह त्वरित कार्रवाई करेगी, इसका भी परीक्षण और प्रशिक्षण कराया गया।
उन्होंने बताया कि इस तरह की मॉक ड्रिल स्कूल, कालेज और जिले में जगह-जगह आयोजित किए जाएंगे। ग्राम पंचायतों में लोगों को जागरूक किया जाएगा। वहीं स्कूल-कॉलेज में भी टीमें जाकर मॉक ड्रिल के माध्यम से विपरीत परिस्थिति में खुद का बचाव करने और सुरक्षित रखने का तरीका बताएगी
इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य वाराणसी के नागरिकों को किसी भी संभावित आपात स्थिति के लिए तैयार करना और उन्हें सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक करना है। प्रशासन का यह प्रयास नागरिकों के बीच सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देने और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए उनकी क्षमता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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