फूलपुर पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर 20 लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपी प्रदीप कुमार श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने खुद को आईएएस और सहायक परिवहन आयुक्त बताकर लोगों को झांसा दिया था।
वादी दिनेश कुमार पटेल ने 5 अगस्त 2025 को फूलपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि प्रदीप कुमार श्रीवास्तव (निवासी विशुनपुरा, थाना लोहता) ने पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल में ग्रुप-डी की नौकरी दिलाने का वादा कर दिसंबर 2019 से उनसे और उनके रिश्तेदारों से किश्तों में कुल 20 लाख रुपये हड़प लिए।
आरोपी ने पीड़ितों को फर्जी नियुक्ति पत्र और अन्य दस्तावेज दिए थे। रुपये वापस मांगने पर उसने चार चेक दिए, जो बैंक में प्रस्तुत करने पर अस्वीकृत हो गए। विरोध करने पर अभियुक्त ने गाली-गलौज, मारपीट की और जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस संबंध में फूलपुर थाने में मु0अ0सं0 271/2025 धारा 406/419/420/467/468/471/323/504/506 भादवि के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया था।
आज 4 नवंबर 2025 को फूलपुर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर विशुनपुरा नहर पुलिया के पास से वांछित अभियुक्त प्रदीप कुमार श्रीवास्तव (45 वर्ष, पुत्र कमला प्रसाद लाल) को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त के विरुद्ध धारा 419 भादवि की बढ़ोत्तरी करते हुए आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।
पूछताछ में अभियुक्त ने स्वीकार किया कि आर्थिक संकट और बेरोजगारी के कारण उसने लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर धन ठगने की योजना बनाई थी। उसने खुद को पीसीएस अधिकारी बताकर लोगों का विश्वास जीता और फर्जी नियुक्ति पत्र व पहचान पत्र देकर उनसे पैसे लिए।
प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि उसने दिनेश पटेल सहित कई अन्य लोगों से लगभग 20 लाख रुपये ठगे थे। इस कार्य में उसका सहयोगी सुनील कुमार वर्मा लोगों को बहला-फुसलाकर उससे मिलवाता था। अभियुक्त ने अपनी गलती स्वीकार की है।
