लखनऊ | प्रदेश के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष एवं खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एमओएस) डा0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि आयुर्वेद एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है एवं हमारी संस्कृति है। उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री जी के प्रयासों से आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए सदैव प्रयासरत हैं।
डा0 दयालु आज राजाजीपुरम स्थित बी-ब्लॉक, लखनऊ पब्लिक स्कूल के सभागार में हर दिन हर घर आयुर्वेद दिवस के अवसर पर छात्र-छात्राओं के राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमें नियमित रूप से जीवन शैली को सुचारू रूप से अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय से सोना, जल्दी उठ जाना, समय पर भोजन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी होता है, जिससे हम विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं।
आयुष मंत्री ने कहा कि बीमारियों के उपचार एवं रोकथाम के लिए घर की रसोईं में उपलब्ध मसालों जैसे लौंग, इलाइची, कालीमिर्च, जीरा, अजवाइन, सोंठ एवं जायफल का उपयोग करने से बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी जागरूकता होनो चाहिए।
आयुष मंत्री ने राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले गोरखपुर के सौरभ मिश्रा, द्वितीय स्थान, सहारनपुर के आयुष शर्मा तथा तृतीय स्थान जनपद मेरठ के कुमारी रिमझिम को बधाई दिया। इसके अलावा सांत्वना पुरस्कार प्राप्त बस्ती के ज्ञानवीर शुक्ला एवं गोरखपुर के शेषमणि तथा इस राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में शामिल सभी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय लखनऊ के छात्र-छात्राओं द्वारा नुक्कड़-नाटक का प्रस्तुतिकरण किया गया।
इस कार्यक्रम में निर्णायक मण्डल के सदस्यों द्वारा आयुर्वेद के विषय में विस्तार से अवगत कराया। कार्यक्रम को विशेष सचिव श्री सुखलाल भारती द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
इस कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव श्रीमती आराधना शुक्ला सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।