वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के दौरान हुए ‘गमछा विवाद’ पर भाजपा के कैबिनेट मंत्री रवींद्र जायसवाल और विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने गुरुवार को सफाई दी। दोनों नेताओं ने एक साथ चाय पीकर मनमुटाव की अटकलों को खारिज किया।
यह विवाद 6 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में अंगवस्त्र पहनने से जुड़े एक वीडियो को लेकर शुरू हुआ था। इस वीडियो के सामने आने के बाद भाजपा संगठन में किरकिरी हुई और इसे लेकर सार्वजनिक रूप से चर्चाएं तेज हो गईं।
अटकलों को विराम देने के लिए दोनों नेता गुरुवार को वाराणसी के लहुराबीर चौराहे स्थित एक चाय की दुकान पर मिले। उन्होंने साथ बैठकर चाय पी और सार्वजनिक रूप से यह संदेश दिया कि उनके बीच कोई मतभेद नहीं है।
दोनों नेताओं ने इस वीडियो को विपक्ष का दुष्प्रचार बताया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इसे गलत तरीके से पेश कर तिल का ताड़ बनाया गया और विपक्षी दल राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रहे थे।
विधायक नीलकंठ तिवारी ने कहा कि रवींद्र जायसवाल उनके बड़े भाई की तरह हैं और उनके संबंध 35 साल पुराने हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे हमेशा साथ हैं और अक्सर चाय पीते हैं। तिवारी ने यह भी कहा कि जनता भाजपा और सपा के बीच का अंतर समझती है और दुष्प्रचार करने वालों को समय आने पर जवाब मिल जाएगा।
कैबिनेट मंत्री रवींद्र जायसवाल ने भी नीलकंठ तिवारी को अपना छोटा भाई बताया। उन्होंने कहा कि इस वीडियो को वायरल करने वालों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा सकती है।