अन्नपूर्णा मंदिर – सरकार के बिना ही खुद में ही सक्षम है, जो पूरी तरह से मंदिर का जीर्णोद्धार कर सकता है:- महंत अन्नपूर्णा मंदिर, शंकरपुरी

Uttam Savera News
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वाराणसी ।  तीनो लोक में सबसे सुंदर काशी, इसे मंदिरों का शहर भी कहते हैं. इन मंदिरों की श्रृंखला में काशी मैं एक ऐसा मंदिर है जो काफी अनोखा है. वह इसलिए भी अनोखा है क्योंकि मंदिर का कपाट साल में केवल एक दिन ही खुलता हैं. हम बात कर रहे हैं काशी के प्रसिद्ध माता अन्‍नपूर्णा मंदिर की. इन्हें तीनों लोकों में धन-धान्य और खाद्यान्न की देवी माना जाता है. कहा जाता है कि माता ने स्‍वयं भगवान शिव को खाना खिलाया था, भिक्षा भी मांगी थी ।

इस मंदिर में साल में केवल एक बार अन्नकूट महोत्सव होता है. यह अन्नकूट महोत्सव धनतेरस के दिन आयोजित होता है. कुबेर का खजाना खुलता है, उस खजाने में से भक्तों को धान, लावा और सिक्के का प्रसाद दिया जाता है. ऐसी मान्यता है कि प्रसाद में मिला धान, सिक्के और लावा लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने पर कभी पैसे की कमी नहीं रहती. हमेशा माता अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है. विशेष रूप से मां अन्नपूर्णा की स्वर्ण प्रतिमा अन्नकूट महोत्सव के दिन की सार्वजनिक रूप से एक दिन के लिए दर्शनार्थ निकाली जाती है, ताकि भक्त मां के अलौकिक रूप का दर्शन कर सकें।

धनतेरस के दिन अन्नपूर्णा मंदिर के प्रथम तल पर माता के स्वर्णमई दर्शन प्राप्त करते हैं सुबह तड़के 3:00 बजे मंदिर खोला गया तत्पश्चात खजाना खोला गया पहले खजाने की पूजा की गई फिर स्वर्णमई माता अन्नपूर्णा की पूजा अर्चना हो जाने के बाद से सुबह के 4:00 बजे से भक्तों के लिए मंदिर खोल दिया गया है हजारों और लाखों की संख्या में श्रद्धालु लाइन लगाकर मां अन्नपूर्णा के दर्शन प्राप्त कर रहे हैं ।

वहीं दूसरी तरफ माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीके अगुवाई में तमाम मंदिरों के जीर्णोद्धार किए जा रहे हैं तो अन्नपूर्णा मंदिर अति प्राचीन होने के बावजूद आधुनिक रूप से क्यों नहीं जीर्णोद्धार किया जा रहा है।

इस पर अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकरपूरी जी ने कहा की अन्नपूर्णा मंदिर स्वयं में सक्षम है, मंदिर में हर तरह की सुख सुविधाएं मौजूद है  और हमारे यहां परिवर्तन करने के लिए कोई ऐसी आवश्यकता नहीं है और जहां परिवर्तन करने की आवश्यकता होगी । अन्नपूर्णा मंदिर स्वयं में ही सक्षम है और बड़े कायदे से ही और भव्य रुप से जीर्णोद्धार कर सकता है। जहां आवश्यकता है, वहां हम कार्य कर रहे हैं। जिससे किसी देवी देवता को क्षति न पहुंचे, क्योंकि हिंदू धर्म को किसी प्रकार की क्षति न पहुंचे भविष्य में मंदिर के लिए एक और दो नए रास्ते देखने को मिलेंगे, जिन की चौड़ाई काफी होगी जिससे दर्शनार्थियों को और सुविधाएं मिलेंगी क्योंकि जब से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगुवाई में काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है, तब से श्रद्धालुओं की संख्या में 3 से 4 गुना बढ़ गई है उस चीज को देखते हुए मंदिर के लिए व्यवस्था कर रहे हैं और आने वाले समय में एक और दो रास्ते नए बन जाएंगे ।

वही तस्वीरों में भी स्पष्ट दिखाई दे रहा है दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बड़ी लंबी कतार में लगी हुई है और साथ ही साथ उन्हें श्रद्धालुओं की सुविधाओं को देखते हुए निशुल्क मां अन्नपूर्णा मंदिर के परिसर के ठीक बगल में ही अन्नपूर्णा भोजनालय है जिसमें सभी श्रद्धालु निशुल्क जाकर मां का प्रसाद ग्रहण करते हैं ।

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