वाराणसी. वाराणसी में पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के लिए ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ के तहत टूल किट का वितरण तेजी से हो रहा है. यह जानकारी देते हुए पोस्टमास्टर जनरल कर्नल विनोद कुमार ने बताया कि इंडिया पोस्ट के सहयोग से यह कार्य जोरों पर है.
कर्नल विनोद ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक उपकरणों से लैस करके उनके हस्तशिल्प और कारीगरी को बढ़ावा देना है. इसके तहत बढ़ई, लोहार, कुम्हार, दर्जी, नाई, मोची और सुनार सहित 18 पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोगों को लाभ मिल रहा है.
योजना के तहत, ₹15,000 मूल्य का टूलकिट ई-वाउचर के माध्यम से दिया जा रहा है. इसके अलावा, लाभार्थियों को कौशल प्रशिक्षण, बाजार से जोड़ने की सुविधा और 5% की रियायती ब्याज दर पर ₹1 लाख तक का ऋण भी उपलब्ध है.
टूल किट वितरण की स्थिति
कर्नल विनोद के अनुसार, वाराणसी जिले में अब तक नोएडा, गुड़गांव और जालंधर से कुल 8891 टूल किट प्राप्त हुए हैं. इनमें से 8278 टूल किट लाभार्थियों को वितरित किए जा चुके हैं, जबकि 613 टूल किट का वितरण अभी बाकी है. डाक विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है कि वितरण प्रक्रिया पारदर्शी और समय पर पूरी हो.
डाक कर्मचारियों की बैठक
आज वाराणसी परिक्षेत्र के बनारस सभागार में डाक विभाग की द्विमासिक संघ बैठक भी आयोजित की गई. इस बैठक की अध्यक्षता कर्नल विनोद कुमार ने की, जिसमें भारतीय पोस्टल एम्प्लॉई यूनियन ग्रुप ‘C’ और भारतीय पोस्टल एम्प्लॉई यूनियन पोस्टमैन एवं एम.टी.एस. के पदाधिकारी शामिल हुए.
बैठक में कर्मचारियों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई, जैसे कि कार्यस्थल की परिस्थितियाँ, सेवा सुधार और पदोन्नति प्रक्रिया. कर्नल विनोद ने कर्मचारियों की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि उनकी जायज मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने संगठनात्मक समन्वय और पारदर्शिता पर भी जोर दिया.
यह बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई और सभी प्रतिभागियों ने इसे सफल और रचनात्मक बताया.