नई दिल्ली . महाराष्ट्र के मौजूदा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. रविवार को नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसकी घोषणा की. नड्डा ने बताया कि राधाकृष्णन का 40 वर्षों का लंबा राजनीतिक अनुभव है और वे भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की विचारधारा से गहरे जुड़े हुए हैं.
राजनीतिक जीवन और अनुभव
67 वर्षीय सीपी राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ था. उन्होंने मात्र 16 साल की उम्र में आरएसएस और जनसंघ से जुड़कर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी.
▪︎ वे 1998 और 1999 में कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद चुने गए.
▪︎ 2003 से 2006 तक उन्होंने तमिलनाडु में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भी काम किया.
▪︎ महाराष्ट्र के राज्यपाल बनने से पहले, वे 18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल भी रहे.
▪︎ इसके अलावा, उनके पास मार्च 2024 से जुलाई 2024 तक तेलंगाना और पुडुचेरी के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी था.
उम्मीदवार के चयन का कारण
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से नए उम्मीदवार की तलाश चल रही थी. धनखड़ के साथ सरकार के संबंधों में आई तल्खी को देखते हुए यह तय किया गया था कि अगला उम्मीदवार ऐसा होगा जो भाजपा और आरएसएस की विचारधारा के साथ मजबूती से खड़ा हो.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को उम्मीदवार चुनने की जिम्मेदारी दी गई थी. करीब दो घंटे तक चली पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में राधाकृष्णन के नाम पर सहमति बनी.
नामांकन और आगे की प्रक्रिया
सीपी राधाकृष्णन 21 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे. इस दौरान एनडीए के सभी बड़े नेता मौजूद रहेंगे. नामांकन से पहले, 20 अगस्त को एनडीए की एक बैठक भी होगी.