वाराणसी, पिंडरा। बाबतपुर (मंगारी) में आरओबी के ठप पड़े कार्य को शुरू कराने पहुँचे पुलिस प्रशासन को ग्रामीण किसानों व ब्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा। जिसको लेकर दोपहर बाद तक पुलिस प्रशासन व पूर्व विधायक के बीच बातचीत चली और आश्वासन पर पूर्व विधायक और ग्रामीण माने तब जाकर दोपहर बाद काम शुरू हो पाया।
बाबतपुर- चौबेपुर मार्ग पर सुबह 10 बजे से ही पुलिस प्रशासन के लोग भारी संख्या में पहुच गए। एसडीएम पिंडरा अंशिका दीक्षित, एसीपी अमित कुमार पांडेय व अन्य अधिकारियों के पहुचने सेतु निगम के जेई कर्मचारी पिलर बनाने के लिए सीमांकन करने लगे। तभी मुआवजा की मांग को लेकर ग्रामीण एकत्र हो गए और विरोध करने लगे। उनकी मांग थी कि राजस्व रिकार्ड में अंकित चौड़ाई के हिसाब से सड़क बनाई या फिर मुआवजा देने के बाद बनाई जाय। लेकिन प्रशासन के लोग बिना किसी ठोस आधार के मुआवजा देने को तैयार नही थे। किसान विरोध करने लगे तो पुलिस बल उन्हें खेदड़ने लगे। जब एक किसान कृपाशंकर सिंह ने विरोध किया तो उसे हिरासत में लेकर थाने भेज दिया। उसके बाद सूचना पर पहुचे पूर्व विधायक अजय राय ने प्रशासन से हिरासत में लिए किसान को छोड़ने तथा बिना मुआवजा कार्य न करने की चेतावनी दी। घण्टे भर चली किचकिच के बाद एसडीएम के आश्वासन पर मामला शांत हुआ। तब जाकर काम दोपहर बाद शुरू हो पाया। इस दौरान श्रीप्रकाश सिंह, रामसनेही पांडेय, सुरेंद्र सिंह, संतोष सिंह, विवेक सिंह, श्यामबहादुर सिंह,बनवारी लाल गुप्ता, जोखू गुप्ता, विजय बहादुर सिंह समेत दर्जनों लोग उपस्थित रहे।
पूर्व विधायक ने कहाकि हिरासत में लिए गए किसान को छोड़ने तथा प्रशासन सर्वे के आधार पर नियमों के आधार पर चार गुना मुआवजा देने के आश्वासन पर कार्य शुरू हुआ। विकास के विरोधी नही है।
वही एसडीएम ने बताया कि ग्रामीणों को शिकायती पत्र के साथ समस्त अभिलेख कार्यालय में देने को कहा गया है। उसके बाद मुआवजा की राशि तय होगी।
बिना मुआवजा आरओबी का कार्य शुरू कराने पर भड़के पूर्व विधायक, आश्वासन पर शुरू हुआ कार्य
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