वाराणसी। 64वे फ़िल्म महोत्सव के क्रम में वाराणसी में मनाये जा रहे “काशी फ़िल्म महोत्सव” के तीसरे एवं अंतिम दिन बुधवार को आयोजित “फ़िल्म निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उत्तर प्रदेश और क्षेत्रीय सिनेमा की संभावनाएं” विषयक परिचर्चा में सम्बोधित करते हुए बीएन श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को विकास का एक नई दिशा मिली हैं। प्रदेश में फ़िल्म निर्माण के लिये बढ़ावा मिलने के साथ ही सब्सिडी के रुप मे प्रोत्साहन भी प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। फ़िल्म मात्र मनोरंजन का ही साधन नही है, इससे एक नई दिशा भी मिलती हैं। अब भोजपुरी व स्थानीय भाषा के फिल्मों को उत्तर प्रदेश में बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश सरकार इसे सहयोग कर रही हैं।
फ़िल्म निर्माता राजकुमार पाण्डेय ने कहा कि घर वापसी का माध्यम बन रहा है सिनेमा। भोजपुरी फ़िल्म के लिए मल्टीप्लेक्स नही मिलता, बल्कि सिनेमा हाल का सिंगल स्क्रीन मिलता हैं। उन्होंने प्रदेश में भोजपुरी फिल्मों के लिए मल्टीप्लेक्स की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने की मांग की।
भोजपुरी फिल्मों में स्थानीय भाषओं का मिश्रण होता हैं। उत्तर प्रदेश में भोजपुरी फिल्मों के निर्माण के लिये सार्थक समय आ गया हैं। प्रदेश सरकार के सब्सिडी योजना की सराहना करते हुए कहा कि निश्चित रूप से निर्माताओं को उत्तर प्रदेश सरकार सब्सिडी के रूप में संजीवनी दे रही हैं। प्रदेश के अपराधमुक्त होने की प्रंशसा करते हुए कहा कि वर्तमान समय में प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में हम कभी भी निडर होकर शूटिंग कर सकते हैं। यह सार्थक परिणाम है।
इस अवसर पर फ़िल्म बंधु के अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव सहित फ़िल्म अभिनेता, अभिनेत्रियों के अलावा उप निदेशक फ़िल्म बंधु दिनेश सहगल आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।कार्यक्रम का सफल संचालन अनिता सहगल ने किया।