मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार रात वाराणसी पहुंचे। सोमवार सुबह सीएम ने काल भैरव मंदिर में बाबा का विधिपूर्वक पूजन-अर्चन किया। हाथ में काला धागा भी बंधवाया। सीएम यादव काशी की गलियों में घूमने भी निकले। उन्होंने ठेठ बनारसी अंदाज में लोगों से बातचीत की।
काशी की गलियों में घूमते हुए एक दुकान पर रुके। उन्होंने दुकानदार से कहा-क्या खिलाओगे? यहां सबसे फेमस मिठाई ‘मलाईयो’ का स्वाद चखा।
पूजा और गलियों में घूमने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव वाराणसी से जौनपुर के लिए रवाना हो गए। वहां, वह खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव के घर करंजाकला समसपुर पनियरिया में तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल होंगे।
सीएम मोहन यादव का हेलिकॉप्टर रविवार रात लगभग 10 बजे लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। एयरपोर्ट पर ही भाजपा के पदाधिकारियों और स्थानीय नेताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
वहां से सीधे ताज होटल पहुंचे। एमपी के मुख्यमंत्री से पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने मुलाकात की। संगठनात्मक विषयों और आगामी राजनीतिक कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। इसके अलावा क्षेत्रीय राजनीति, विकास से जुड़े मुद्दों और आपसी समन्वय पर भी विचार-विमर्श किया गया।
पूजा के बाद वह काशी की गलियों में घूमने निकले। ठेठ बनारसी अंदाज में लोगों से बातचीत करते नजर आए। वह काल भैरव मंदिर भी पहुंचे। वहां बाबा का विधिपूर्वक पूजन-अर्चन किया और हाथ में काला धागा भी बंधवाया। फिर गलियों में घूमते हुए एक दुकान पर रुके। दुकानदार से पूछने पर कहा- क्या खिलाओगे?। दुकानदार ने उनको सबसे प्रसिद्ध मिठाई ‘मलाईयो’ का स्वाद चखाया। सीएम यादव का यह अनौपचारिक अंदाज स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया।
