मौत के 24 घंटे भी नहीं बीते मृतक विद्युत कर्मी, अधिकारियों ने की शराब के नशे में जमकर पार्टी

Uttam Savera News
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वाराणसी | दिनाँक-23.01.2023 प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विद्युत प्रबंधन द्वारा दुर्धटना में मृत संविदा कर्मचारियों के लिए अलग अलग नियम एवम दोषी अधिकारीयों द्वारा मृत संविदा कर्मचारी के मौत के 24 घंटे भी नहीं बीता और एक पदोन्नत अधीक्षण अभियन्ता के लिए भारी भरकम धनराशि करीब 10 लाख खर्च कर भव्य विदाई (शराब पार्टी) का नंगा नाच
विद्युत मजदूर संगठन एवम विद्युत संविदा मजदूर संगठन, वाराणसी क्षेत्र के नियमित और संविदा के पदाधिकारीयों की बैठक दिनांक 23.01.2023 को सोमवार को भिखारीपुर स्थित संगठन कार्यालय में हुई। जिसमें समस्त ज्वलनशील मुद्दों पर चर्चा किया गया एवं नए पदाधिकारी गणों का चयन होना सुनिश्चित किया गया है।
बैठक में मुख्य रूप से सर्वश्री पूर्वांचल अध्यक्ष इंद्रेश राय,वेद प्रकाश राय,राहुल कुमार, संजय सिंह,सन्दीप कुमार,विजय नारायण हिटलर,प्रशान्त सिंह, राजकुमारयादव,उदयभान दूबे, सन्तोष सिंह,रंजीत पटेल,राजू आंबेडकर,प्रमोद गोंड,धनश्याम जी,धनन्जय सिंह,जेपीएन सिंह, अवधेश पाल,विकास पाल, अवनीश प्रजापति,रंजीत मौर्या, रविन्द्र पटेल,भुवाल प्रजापति, महेन्द्र सिंह,भईयालाल,उमेश यादव,अशोक कुमार यादव,संत कृपाल यादव,गौरव प्रकाश,वीरेन्द्र सिंह विशेन,दीपक वर्मा,गुलाब यादव,संजय यादव,धीरज चौरसिया,रोहित मिश्रा आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।।
वार्ता के दौरान पूर्वांचल अध्यक्ष ने बताया की मुख्य अभियंता वाराणसी के नाक के निचे संविदा कर्मचारियों के लिए अलग-अलग नियम लागू है विद्युत वितरण खण्ड द्वितीय बरईपुर वाराणसी में जेई और एस0डी0ओ की लापरवाही से एक संविदा कर्मी सुरेन्द्र पटेल की मौत हो जाती है जिसपर पूरा प्रबंधन एवम उच्चाधिकारी आंखे मूंद लेते है और मरने के 7 माह के बाद भी 5 लाख की छतिपूर्ति धनराशि मृतक पटेल के परिवार को नहीं मिलता है और तो और पूर्व के अधिशाषी अभियन्ता श्री विनोद कुमार गुप्ता जी को पदोन्नती स्वरूप अधीक्षण अभियन्ता बनाकर अन्यत्र भेज दिया गया एवम इन्हीं अधिशाषी अभियन्ता द्वारा 5 निर्दोष संविदा कर्मचारियों को बिना कारण बताए एवम उच्चाधिकारियों से बिना कोई आदेश कराए कार्य से मनमाने तरीके से हटा दिया गया। जब संगठन का दबाव पड़ता है तो 5 में 4 संविदा कर्मचारियों को वापस रख लिया जाता है। वहीं विगत 7 माह से एक संविदा साथी श्री संजय यादव दर की ठोकर खा रहे हैं और संगठन द्वारा बार बार अनुरोध के बाद भी उनको कार्यस्थल पर नहीं रखा जा रहा है और 5 लाख भी मृत राजेन्द्र पटेल लाईनमैन के आश्रितों को नहीं दिया गया। दूसरा केस दिनांक 19.01.2023 को नगरीय विद्युत वितरण खण्ड- 6, वाराणसी में घातक विद्युत दुर्घटना में मृत श्री शिव प्रकाश पाल के परिजनों को 7 घंटे में ही 5 लाख का भुगतान कर दिया गया और दोषी जेई को भी निलम्बित और एस डी ओ के निलम्बन की संस्तुति कर दिया गया लेकिन अधिशाषी अभियंता, अधीक्षण अभियन्ता जैसे बड़ी मछली फिर बच गए और उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं किया गया और ना ही कोई कार्यवाही हेतु संस्तुति की गई।
परम आदरणीय माननीय सांसद एवम प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में विधुत दुर्घटना में मृत संविदा कर्मचारियों के लिए दो मानक क्यों हैं और संगठन उच्चाधिकारियों से निम्न प्रश्नों के उत्तर जानना चाहता है:-
1. विद्युत दुर्घटना में विद्युत वितरण खण्ड द्वितीय बरईपुर वाराणसी के कार्यक्षेत्र में संविदा कर्मचारी राजेन्द्र पटेल जी की मृत्यु के 7 माह बाद भी 5 लाख की छतिपूर्ति धनराशि नहीं मिली? और नगरीय विद्युत वितरण खण्ड छठवें, वाराणसी के कार्यक्षेत्र में संविदा कर्मचारी शिव प्रकाश पाल जी की मृत्यु के 7 घण्टे में 5 लाख की छतिपूर्ति धनराशि किस नियम के अन्तर्गत मिली?
2. श्री शिव प्रकाश पाल,संविदा लाईनमैन की मृत्यु के लिए दोषी जेई को भी निलम्बित और एस डी ओ के निलम्बन की संस्तुति कर दिया गया लेकिन अधिशाषी अभियंता,अधीक्षण अभियन्ता जैसे बड़ी मछली फिर बच गए और उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं किया गया और ना ही कोई कार्यवाही हेतु संस्तुति की गई।
3. क्या वाराणसी में सभी खंडों में संविदा कर्मचारियों के लिए अलग अलग नियम और कानून लागू है।
4.दोषी अगर जेई और एस डी ओ है तो अधिशाषी अभियन्ता और अधीक्षण अभियन्ता भी दोषी क्यों नहीं हैं।
5.श्री शिव प्रकाश पाल की लाश को लेकर कुछ स्थानीय लोग यहां वहां लेकर पूरे शहर में घूमते रहे फिर भी प्रबंधन और प्रशासन इस पर मौन और चुप्पी क्यों साधे हुए हैं?
6.विद्युत वितरण खण्ड द्वितीय बरईपुर वाराणसी के कार्यक्षेत्र में निर्दोष संविदा कर्मचारी श्री संजय यादव को आज तक कार्यस्थल पर नहीं रखा गया जबकि मृत सुरेन्द्र पटेल के लिए दोषी जेई आज भी उसी पावर हाउस पर कार्य रह हैं और जिनपर कोई कार्यवाही नहीं किया गया।
7. इसी केस में श्री विनोद कुमार अधिशाषी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड द्वितीय बरईपुर वाराणसी को पदोन्नति दे देकर हटा दिया गया क्या मृत संविदा कर्मचारी के लिए अधिशाषी अभियन्ता की कोई जिम्मेदारी और दोष नहीं हैं? उनको क्यों बरी किया गया?
8. अध्यक्ष, यू पी पी सी एल, लखनऊ द्वारा स्पष्ट निर्देष है की बिना डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक से अनुमति लिए किसी भी संविदा कर्मचारी को नहीं निकाला जाएगा फिर भी संजय यादव,संविदा लाईनमैन दिनदासपर को आज 7 माह से नौकरी पर वापस नहीं रखा गया जो उच्च प्रबंधन के निर्देशों को ठेंगा दिखाने जैसा है।
9. दिनांक 20.01.2023 को संविदा कर्मचारी के मौत की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी विश्वस्त सूत्रों से सूचना प्राप्त हुई कि नगरीय विद्युत वितरण मण्डल द्वितीय-सिगरा,वाराणसी के अधीक्षण अभियन्ता द्वारा मुख्य अभियंता के पद पर पदोन्नत पूर्व के अधीक्षण अभियन्ता के लिए वाराणसी के कैंटोलमेंट क्षेत्र में एक भव्य पार्टी का आयोजन किया गया जिसमें शराब,शबाब और खुला नंगा नाच किया गया ये वही अधीक्षण अभियन्ता हैं जिनके बारे में ये ज्ञात है की विगत 4 वर्षों में उनके द्वारा मण्डल में अकूत धन दौलत और अवैध सम्पति का अर्जन किया गया संगठन जिसकी जांच विजिलेंस अथवा किसी अन्य केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग करता है।।
संगठन ये जानना चाहता है की ऐसा कौन सा नियम है जिसमें संविदा कर्मचारियों का ही शोषण और दोषारोपण होता है जबकि सभी बड़े अधिकारियों को सदैव मृत दुर्घटना के केस में बरी कर दिया जाता है।
विद्युत मजदूर संगठन एवम विद्युत संविदा मजदूर संगठन उत्तर प्रदेश इन सभी प्रश्नों का उत्तर एवम कारण बताने का अनुरोध किया है और इन उच्चाधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करता है। संगठन ये भी मांग करता है की संविदा कर्मचारियों के लिए एक कड़ा, निष्पक्ष और यूनिवर्सल स्वीकार्य नियमों को बनाया जाए।
(संजय कुमार सिंह)
पूर्वांचल अध्यक्ष
विद्युत संविदा मजदूर संगठन
वाराणसी,उत्तर प्रदेश

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