वाराणसी। सिडबी स्पिक मैके के तत्वाधान में शनिवार को सनबीम लहरतारा में बनारस घराने के सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण पंडित साजन मिश्रा और स्वरांश मिश्रा का संयुक्त युगल गायन हुआ। जिसमें उन्होने विद्यार्थियों को बताया कि संगीत पूजा एवं आराधना का विषय है हमारे लिए संगीत रूह का वीजा है। सबसे पहले राग बसंत मुखारी में विलंबित ख्याल में प्रभु गुन गावे मनवा सुनाया।उन्होंने अपने गुरु स्व. राजन मिश्रा की रचना शुद्ध भैरव में नाद को न भेद पायो जो पायो सो सकल जगत में गुनी कहायो की प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि शुद्ध भैरव को गाना अत्यंत कठिन होता है। उनके भजन भवानी जगत जननी महिसासुर मर्दनी पर खूब तालियां बजी।कार्यक्रम में सबसे पहले छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने
राग वैरागी भैरव में शिव शंकर शम्भू भोलेनाथ महादेव महेश्वर विश्वनाथ को सधे सुर सुर लय ताल में मन सुमिरत निस दिन तुम्हरो नाम, अब तुमही सम्हारो सबरो काम को सुनाकर सभी को अचंभित कर दिया। तबले पर राजेश मिश्रा तथा हारमोनियम पर पंडित धर्मनाथ मिश्रा ने संगत की।कार्यक्रम के पूर्व सनबीम स्कूल की संस्थापिका स्व. डी इशरत मधोक के जन्मदिवस पर सनबीम ग्रुप के चेयरमैन डॉ दीपक मधोक भारती मधोक ने अपने माताश्री के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। स्वागत सनबीम स्कूल उपनिदेशिका अमृता बर्मन तथा संचालन सौरभ मिश्रा ने किया।
कार्यक्रम में स्पिक मैके के चेयर पर्सन यूसी सेठ, डॉ शुभा सक्सेना, पवन सिंह, कंचन सिंह, सुरेश मिश्रा, शिवांगी मिश्रा, आदित्य चौधरी सहित छात्र छात्राएँ उपस्थित थे।
पद्म विभूषण पंडित साजन मिश्रा स्वरांश मिश्रा के स्वरप्रभात मनवा हरि नाम भजले पर झूमें श्रोता
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