वाराणसी। बरेका का प्रसिद्ध दशहरा 5 अक्टूबर के दिन जलाया जानेवाला रावण का पुतला इस बार 75 फीट, कुम्भकर्ण का 70 फीट और मेघनाद का पुतला 65 फीट का होगा। कोरोना काल के दौरान दो वर्ष तक प्रतीकात्मक हो रही लीला इस बार भव्य होगी।
बरेका के केंद्रीय खेलकूद मैदान में होनेवाला दशहरा का मेला भव्य होता है। यहां रामायण का पाठ मोनो एक्टिंग के द्वारा किया जाता है। इसमें 62 कलाकार होंगे ढाई घंटे में राम वन गमन से रावण वध का मंचन किया जाएगा। कलाकारों का रोल बरेका विद्यालय एवं आसपास के छात्र व छात्राएं करते हैं। दशहरा में रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद वध की लीला के दौरान 6000 कुर्सियां लगेंगी।
इसमें भाग लेनेवाले कलाकार एक माह पहले से पूर्वाभ्यास कर रहे हैं। रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतले बनकर तैयार है। जिसे केंद्रीय खेल कूद मैदान सिनेमा हॉल के पीछे खड़ा किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश पुलिस एवं बरेका रेलवे सुरक्षा बल द्वारा मेले में सुरक्षा व्यवस्था के मुकम्मल इंतजाम किए गए है। साथ ही सहयोग के लिए सेंट जॉन्स एम्बुलेंस बिग्रेड, सिविल डिफेंस एवं जिला स्काउट एवं गाइड की भी मदद ली जा रही है। बरेका प्रशासन की ओर से जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने विजयादशमी मेले में आने वाले आगंतुको से अपील की है,कि मेले के दौरान सभी लोग उचित ढंग से मास्क का प्रयोग करते हुए कोविड नियमों का अनुपालन सुनिश्चित अवश्य करें।
केंद्रीय खेल कूद मैदान में रात्रि 7:00 बजे रावण,कुंभकरण, मेघनाथ दहन से पूर्व ठीक 4:30 बजे राम लीला रामायण का पाठ मोनो एक्टिंग रूपक मंचन द्वारा किया जाएगा तत्पश्चात आकर्षक आतिशबाजी की आएगी।