विरासत को बचाने के लिए रामानंदाचार्य ने विदेशियों को दिया मुंहतोड़ जवाब- योगी आदित्यनाथ श्री राम मंदिर गुरुधाम में रामानंदाचार्य जयंती महोत्सव
वाराणसी | प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत के मध्यकाल में हमारी विरासत एवं परंपराओं को विदेशी आक्रांताओं द्वारा तोड़ा जा रहा था नष्ट किया जा रहा था उस समय जगद्गुरु रामानंदाचार्य ने सभी संप्रदायों पंथो व जातियों को एकजुट कर भक्ति के माध्यम से आक्रांताओं का मुंहतोड़ जवाब देकर आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाया। यह वंदनीय है।
वे आज श्री रामानंद विश्व हितकारिणी परिषद एवं वैष्णो विरक्त संत समाज काशी द्वारा आयोजित जगतगुरु रामानंदाचार्य के 173वें जयंती महोत्सव पर श्रीराम मंदिर गुरुधाम में मुख्य अतिथि पद से बोल रहे थे उन्होंने कहा कि मध्य कालखंड में आध्यात्मिक व साधना के माध्यम से रामानंदाचार्य ने देश में हर जगह नए शिष्यों चाहे निर्गुण और सगुण समाज हो।
हर पंथ व जाति को एकजुट कर लोक एवं मानवता के कल्याण के लिए समाज के हर तबके को जोड़कर विदेशी आक्रांता ओं का जवाब दिया यह अद्भुत विलक्षण कार्य किया। इस विलक्षणता के लिए कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं और उनके चरणों में नमन करते हैं। इसकी प्रासंगिकता तभी होगी जब हम आज भी इसे जोड़ने के लिए तैयार रहें।
उन्होंने कहा जात पात पूछे नहीं कोई हरि को भजे सो हरि को ह़ोई। उन्होंने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करते हुए माननीय मोदी जी काशी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तो अयोध्या में श्री राम मंदिर इसी कड़ी में देश को जोड़ रहे हैं। आर्थिक मोर्चे पर ब्रिटेन को पछाडकर भारत आगे बढ़ रहा है।
काशी अविनाशी है अमृत महोत्सव पर्व पर यह धार्मिक सांस्कृतिक के साथ-साथ शिक्षा का केंद्र भी बन गया है। दुनिया का सबसे बड़ा यात्री कोच कल मोदी जी यहां से रवाना करेंगे। कुछ लोग जाति क्षेत्र भाषा का दुष्प्रचार करने की कोशिश कर रहे हैं हमें सावधान रहना होगा।
उन्होंने काशी पीठाधीश्वर डॉक्टर राम कमल दास वेदांती द्वारा किए जा रहे कार्यों को सराहा ते हुए कहा धर्म परंपराओं व सेवा कार्य में जिस मजबूती के साथ यह लो चल रहे हैं ऊंचाइयां बनाएंगे।
इस अवसर पर डॉक्टर राम कमल वेदांती ने काष्ठ की बनी राम मंदिर स्मृति चिन्ह भेंट की।कुंदेर खरादी समाज द्वारा विश्व प्रसिद्ध कास्ट की मूर्ति श्री राम दरबार एवं पंचमुख हनुमान तमूर्ति भेंट की इस अवसर पर महामंडलेश्वर सतुआ बाबा सर्वेश्वर शरण दास घनश्याम दास मोहन कोतवाल मंत्री रविंद्र जायसवाल अनिल राजभर दयाशंकर मिश्र दयालु गुरु नीलकंठ तिवारी सौरभ श्रीवास्तव विजेंद्र कुमार सोनकर प्यारे लाल सोनकर आशीष ओझा राम भरत शास्त्री सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
फोटो:वीडियो: अशोक पाण्डेय (उत्तम सवेरा न्यूज़, मीडिया प्रभारी, उत्तर प्रदेश)