विद्यार्थियों को तैयार करने के लिए तकनीक व skill development पर विशेष ध्यान देना होगा: माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान

Uttam Savera News
Uttam Savera News
8 Min Read

आज वाराणसी में “अखिल भारतीय शिक्षा समागम” के समापन सत्र को उत्तर प्रदेश की माननीया राज्यपाल श्रीमती @anandibenpatel जी की गरिमामयी उपस्थिति में माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान जी ने सम्बोधित किया।
इस अवसर पर माननीय शिक्षा राज्य मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी व माननीया शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती @Annapurna4BJP जी और पूरे देश से समागम में सम्मिलित हुए शिक्षाविद उपस्थित रहे।
जी ने कहा कि भविष्य में यह “अखिल भारतीय शिक्षा समागम” भारत की जागृति में एक मील का पत्थर सिद्ध होगा। #NEP2020 हम सभी को विद्यार्थियों हितों को सर्वोपरि रखते हुए “विद्यार्थी प्रथम” की भावना से काम करने के लिए प्रेरित करती है। श्री @dpradhanbjp जी ने कहा कि हमें 21वीं सदी में भारत को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनाना है, आज की जरूरतों के अनुसार विद्यार्थियों को तैयार करने के लिए तकनीक व skill development पर विशेष ध्यान देना होगा। श्री @dpradhanbjp जी ने कहा कि विश्वविद्यालयों की जिम्मेदारी है कि वे वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए सिर्फ job seeker ही नहीं बल्कि job creator भी तैयार करें,
इसके लिए विश्वविद्यालयों को #NEP2020 विशेष दिशा देती है। श्री @dpradhanbjp जी ने कहा कि हमें #NEP2020 की संकल्पनाओं के अनुसार विश्वविद्यालयों को multi-dimensional और multi-disciplinary बनाना है, इस क्रम में कौशल विकास की शिक्षा को विशेष महत्व देना होगा। श्री @dpradhanbjp जी ने कहा कि देश की सभी भाषाएं, राष्ट्रीय भाषाएं हैं। हम आधुनिक शिक्षा को भारतीय भाषाओं में देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

#NEP2020 को पूरी तरह लागू करने और राष्ट्र व समाज के विकास के लिए देश के सभी विश्वविद्यालयों को एक साथ मिलकर, एक मंच पर आ कर काम करना होगा। माननीया राज्यपाल श्रीमती @anandibenpatel जी का शिक्षा से विशेष लगाव रहा है। #ShikshaSamagam के सभी सत्रों में रुचि दिखाते हुए अपना बहुमूल्य मार्गदर्शन देने के लिए उनका अभिनंदन करता हूँ। ShikshaSamagam के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने भारत को Research & Innovation के हब के रूप में विकसित करने व Universities को climate change, waste-to-wealth के लिए तकनीक निर्माण, Circular economy को बढ़ावा देने के solutions पर काम करने का आह्वान किया। आज उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल श्रीमती @anandibenpatel जी, केंद्र में मेरे सहयोगी @Annapurna4BJP जी, @Drsubhassarkar जी व देश के कोने कोने से आए शिक्षाविदों एवं कुलपतियों की गरिमामयी उपस्थिति में #ShikshaSamagam के वैलिडिक्टरी समारोह को संबोधित किया। लंबे अरसे से हमारी संस्कृति, गुरु शिष्य परंपरा और शिक्षा प्रणाली को समाप्त करने का काम किया गया। 5वीं सदी में तक्षशिला के विनाश से लेकर 19वीं सदी में मैकौले द्वारा उस ज्ञान प्रणाली का विनाश किया गया जो भारतीय विचारों, भाषाओं और मूल्यों में हुआ करती थी। हमारी Universities की भूमिका कैसी होनी चाहिए? Land-to-lab और lab-to-land का रोडमैप किस प्रकार का हो, Universities द्वारा समाज की समस्याओं के समाधान जैसे अन्य कई महत्वपूर्ण विषयों पर भी प्रधानमंत्री @narendramodi जी का मार्गदर्शन हमें मिला। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में सभी विद्वतजनों, नीति-निर्माताओं एवं शिक्षाविदों का उत्साह देखकर मन में एक नयी ऊर्जा और नया विश्वास जागृत हुआ है। #ShikshaSamagam भारत को ज्ञान आधारित महाशक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बहुत महत्वपूर्ण कड़ी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की ज़रूरतों और भारत के उज्जवल भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई गयी है। Economic exploitation के उद्देश्य से थोपी गयी औपनिवेशिक शिक्षा व्यवस्था को बदलने का अवसर आज हमें NEP 2020 प्रदान कर रही है। हमारे विद्यार्थियों में बहुत मेधा और प्रतिभा है।हमें उनकी मेधा के अनुरूप शिक्षा व्यवस्था को तैयार करना होगा।हमें Student first की नीति को लेकर चलना होगा। माननीया राज्यपाल श्रीमती @anandibenpatel जी का शिक्षा से विशेष लगाव रहा है। #ShikshaSamagam के सभी सत्रों में रुचि दिखाते हुए अपना बहुमूल्य मार्गदर्शन देने के लिए उनका अभिनंदन करता हूँ। ShikshaSamagam के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने भारत को Research & Innovation के हब के रूप में विकसित करने व Universities को climate change, waste-to-wealth के लिए तकनीक निर्माण, Circular economy को बढ़ावा देने के solutions पर काम करने का आह्वान किया। आज उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल श्रीमती @anandibenpatel जी, केंद्र में मेरे सहयोगी @Annapurna4BJP जी, @Drsubhassarkar जी व देश के कोने कोने से आए शिक्षाविदों एवं कुलपतियों की गरिमामयी उपस्थिति में #ShikshaSamagam के वैलिडिक्टरी समारोह को संबोधित किया। हमारी Universities की भूमिका कैसी होनी चाहिए? Land-to-lab और lab-to-land का रोडमैप किस प्रकार का हो, Universities द्वारा समाज की समस्याओं के समाधान जैसे अन्य कई महत्वपूर्ण विषयों पर भी प्रधानमंत्री @narendramodi जी का मार्गदर्शन हमें मिला। लंबे अरसे से हमारी संस्कृति, गुरु शिष्य परंपरा और शिक्षा प्रणाली को समाप्त करने का काम किया गया।5वीं सदी में तक्षशिला के विनाश से लेकर 19वीं सदी में मैकौले द्वारा उस ज्ञान प्रणाली का विनाश किया गया जो भारतीय विचारों, भाषाओं और मूल्यों में हुआ करती थी।#ShikshaSamagam तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में सभी विद्वतजनों, नीति-निर्माताओं एवं शिक्षाविदों का उत्साह देखकर मन में एक नयी ऊर्जा और नया विश्वास जागृत हुआ है।#ShikshaSamagam भारत को ज्ञान आधारित महाशक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बहुत महत्वपूर्ण कड़ी है।Multi-modal education, Academic Bank of Credits, Multiple Entry-Exit, Skill Development student first की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।इन्हें हमें right spirit मे लागू करना है भविष्य को दिशा देने की, वैश्विक नागरिक बनाने की ज़िम्मेदारी हम सब लोगों की है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की ज़रूरतों और भारत के उज्जवल भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई गयी है। Economic exploitation के उद्देश्य से थोपी गयी औपनिवेशिक शिक्षा व्यवस्था को बदलने का अवसर आज हमें NEP 2020 प्रदान कर रही है। हमारे विद्यार्थियों में बहुत मेधा और प्रतिभा है।हमें उनकी मेधा के अनुरूप शिक्षा व्यवस्था को तैयार करना होगा।हमें Student first की नीति को लेकर चलना होगा। Education for Students, by the Teachers NEP की सबसे बड़ी take-away है। यही ShikshaSamagam का भी take-away होना चाहिए। अर्थिक व सैन्य शक्ति से हम 21वीं सदी में भारत को विश्व की महाशक्ति नहीं बना पाएंगे। लेकिन ज्ञान की ताकत से दुनिया को जीता जा सकता है।हमारी Universities इसकी breeding ground है। Entrepreneurial society और job-creators तैयार करने में Universities का अहम योगदान होगा।

PM Shri Narendra Modi
जी ने LiFE का मंत्र दिया है।

हमारी Universities और शिक्षा प्रणाली में हमें ऐसे elements को शामिल करना होगा जिससे हम climate change की चुनौतियों से भी निपट सकें और sustainable development goals को भी प्राप्त कर सकें।

NEP को लागू करने और इस शैक्षिक आंदोलन के सबसे अहम कड़ी हमारे शिक्षक हैं। NEP 2020 शिक्षकों के क्षमता निर्माण पर महत्व देता है।

भारतीय भाषाओं में शिक्षा के अवसर उपलब्ध करा कर हम एक बड़े तबके को शिक्षा प्रणाली से जोड़ पाएँगे व शोध और नवाचार को बढ़ावा दे पाएँगे।

Share this Article
Leave a comment