भारत माता मंदिर परिसर में आयोजित हुए प्रदर्शन में छात्र एवं पूर्व शिक्षकों ने जताया विरोध
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से वाराणसी में बहुप्रतीक्षित रोपवे संचालन के निर्माण का विरोध तेज हो गया है। इस क्रम में बृहस्पतिवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के भारत माता मंदिर परिसर में विश्वविद्यालय के छात्र एवं पूर्व प्राध्यापकों ने विद्यापीठ परिसर में प्रस्तावित रोपवे निर्माण के विरोध में प्रदर्शन किया।
इस क्रम में सुबह 11:00 बजे से शुरू हुए धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए में सबसे पहले विश्वविद्यालय अध्यापक संघ के पूर्व अध्यक्ष रहें प्रोफेसर अनिल कुमार उपाध्याय ने कहा कि काशी विद्यापीठ स्वतंत्रता आंदोलन की नर्सरी रही है। तो फिर से अनिल कुमार उपाध्याय ने कहा कि काशी विद्यापीठ में असहयोग आंदोलन के दौरान तमाम क्रांतिकारी छात्र एवं शिक्षक अंग्रेजी सरकार का विरोध करने की वजह से कई वर्षों तक जेल में भी रहें जिनमें चंद्रशेखर आजाद जी एक छात्र के रूप में शामिल थे ।
इस मौके पर प्रदर्शन में मौजूद कांग्रेस नेता जितेंद्र सेठ ने प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार को काशी विद्यापीठ परिसर से रोपवे ले जाने के प्रस्ताव को तुरंत वापस लेना चाहिए।
वहीं छात्र संघ के उपाध्यक्ष व प्रदर्शन के आयोजक शिव जनक गुप्ता ने भी कहा कि काशी विद्यापीठ परिसर में रोपवे की निर्माण के विरोध में विश्वविद्यालय के सभी छात्र अपना आंदोलन आगे भी जारी रखेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय शंकर पांडेय ने जबकि संचालन कांग्रेस पार्षद दल के नेता रहे जितेंद्र सेठ ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन छात्र संघ उपाध्यक्ष शिवजनक गुप्ता ने किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सुभाष राम, रुद्रानंद तिवारी, दुर्गा प्रसाद श्रीवास्तव, संजीव कुमार, पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश गुप्ता, सुजल पांडेय, गौरव सिंह, सावन सोनकर सहित कई छात्र एवं पूर्व शिक्षक मौजूद रहें।