वाराणसी. संकट हरण श्री हनुमान मंदिर सेवा ट्रस्ट (रजि.) ने संत तुलसीदास जी की जयंती संकट हरण श्री हनुमान मंदिर शकुलपुरा में बड़े उत्साह के साथ मनाई. इस अवसर पर, सभी भक्तों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ राम नाम का जाप करते हुए मंगलाचरण किया, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया.
कार्यक्रम के दौरान, वक्ताओं ने संत तुलसीदास जी द्वारा रचित ‘रामचरितमानस’ को मानव जीवन के लिए एक ‘अनमोल रत्न’ और ‘प्रकाश पुंज’ बताया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह महान ग्रंथ मनुष्य को सही मार्ग दिखाता है और जीवन में सकारात्मकता लाता है.
आयोजन में यह भी बताया गया कि संतों की कृपा और गुरु के आशीर्वाद से ही मनुष्य में विवेक की जागृति होती है. जब व्यक्ति स्वयं तपस्या और साधना करता है, तभी भगवान के प्रकट होने का मार्ग प्रशस्त होता है। संतों का सान्निध्य मनुष्य के जीवन में प्रसन्नता और शांति प्रदान करता है.
इस जयंती समारोह में संत दीपक दस, भानु प्रताप सिंह, एस राजू, डॉ. प्रमोद कुमार गुप्ता, शरद कुमार श्रीवास्तव, पंकज कुमार पटेल, अशोक कुमार मिश्रा, संजय मौर्या, अशोक कुमार सोनकर, विश्वजीत सरकार, शशिकांत शुक्ल, बी.एल. यादव, आदि भक्तगण उपस्थित रहे.