रिवर क्रूज में पर्यटन को बढ़ावा देगा दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज ‘गंगा विलास’: सर्बानंद सोनोवाल. केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बंदरगाह

Uttam Savera News
Uttam Savera News
5 Min Read

रिवर क्रूज के सहारे काशी नए युग के लिए प्रस्थान करने जा रही है-सीएम योगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काशी अपनी पुरातन आत्मा को बनाए रखते हुए वैश्विक मंच पर स्थापित हुआ है-योगी आदित्यनाथ
रिवर क्रूज में पर्यटन को बढ़ावा देगा दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज ‘गंगा विलास’: श्री सर्बानंद सोनोवाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 जनवरी को वाराणसी से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे–केंद्रीय मंत्री
जहाज 27 नदी के माध्यम से 50 पर्यटन स्थलों से होकर भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल मार्ग से होते हुए वाराणसी से डिब्रूगढ़ के बीच 3,200 किलोमीटर की दूरी की यात्रा करेगा

वाराणसी। दुनिया के सबसे बड़े यात्री क्रूज “गंगा विलास” से यात्रा प्रारंभ होने की पूर्वसंध्या पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रिवर क्रूज के सहारे काशी नए युग के लिए प्रस्थान करने जा रहा है। काशी विश्व की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक राजधानी के रूप में विख्यात हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काशी अपनी पुरातन आत्मा को बनाए रखते हुए वैश्विक मंच पर स्थापित हुआ है। काशी थल और नभ के साथ-साथ अब जल मार्ग से भी जुड़ने जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि यह प्रसन्नता की बात हैं, कि विश्व की सबसे बड़ी यात्री क्रूज “गंगा विलास” को कल शुक्रवार को प्रधानमंत्री हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग तथा आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि एमवी गंगा विलास के उद्घाटन के साथ दुनिया की सबसे लंबे रिवर क्रूज का शुभारंभ होने जा रहा है। यह भारत जलमार्ग के क्षेत्र में नई इतिहास की रचना करेगा और साथ ही रिवर क्रूज पर्यटन के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक होगा। यह लग्जरी क्रूज भारत और बांग्लादेश के 5 राज्यों में 27 नदी प्रणालियों में 3,200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगा। श्री सोनोवाल ने कहा कि इस सेवा के लॉन्च होने के साथ रिवर क्रूज की विशाल अप्रयुक्त क्षमता के इस्तेमाल की शुरुआत होगी।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में आयोजित सांस्कृतिक संध्या के दौरान आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शुक्रवार को 10 बजे माननीय प्रधानमंत्री वाराणसी में दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज यात्रा का शुभारंभ करेंगे।
शंकर महादेवन के सांस्कृतिक कार्यक्रम (कर्टन रेजर) में मुख्य अतिथि के रूप में लोगो को सम्बोधित मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी से हल्दिया तक विगत 3 वर्ष पूर्व हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जल परिवहन की शुरुआत की जा चुकी है। अब यात्री सेवा के साथ ही कार्गो सेवा भी काशी से प्रारंभ होगा। प्रधानमंत्री द्वारा यह सौगात काशी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश को लोगों को दी गई है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े यात्री क्रूज “गंगा विलास” से यात्रा पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही साथ जहां रोमांचकारी है, वही एडवांचर भी है।
केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग तथा आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में, हम उस अपार संपदा की खोज कर रहे हैं, जो हमें समृद्ध नदी प्रणाली प्रदान करती है। अंतर्देशीय जलमार्गों के माध्यम से सतत विकास के इस मार्ग को जबरदस्त बढ़ावा मिला है, क्योंकि कार्गो ट्रैफिक के साथ-साथ यात्री पर्यटन को बढ़ाने के प्रयासों के उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं। एमवी गंगा विलास क्रूज देश में नदी पर्यटन की विशाल क्षमता को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है। वैश्विक स्तर पर हमारी समृद्ध विरासत और आगे बढ़ेगी, क्योंकि पर्यटक भारत की आध्यात्मिक, शैक्षिक, कल्याण, सांस्कृतिक और साथ ही जैव विविधता की समृद्धि का अनुभव करने में सक्षम होंगे।

उन्होंने बताया कि क्रूज “गंगा विलास” भारत में वाराणसी से रवाना होकर 5 राज्यों में 27 नदी प्रणालियों में 3,200 कि.मी. से अधिक की दूरी तय करके अंतः डिब्रूगढ़ तक सफर करेगा। केंद्रीय कैबिनेट मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी लोगों को संबोधित करते हुए काशी से शुरू हो रहे यात्री जल परिवहन पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री सर्बानंद सोनोवाल एवं केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के साथ ही उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टांप एवं पंजीयन शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, विधायक डॉ अवधेश सिंह सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
इस दौरान शंकर महादेवन ने शिव तांडव, गंगा अवतरण, शिव भोला भंडारी आदि अनेकों भजन प्रस्तुत किए। जिससे बाबा के भक्त मंत्रमुग्ध होते रहे।

Share this Article
Leave a comment