वाराणसी | प्रो. गौरव वल्लभ, प्रवक्ता, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का बयान अपने “परम मित्र” अडानी को बचाने के लिए पीएम मोदी लोकतंत्र का, धोंट रहें हैं ! राहुल गांधी को निशाना बनाया गया है क्योंकि उन्होंने मोदी से अंडानी के बारे में पूछा ! भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस लोकतंत्र को बचाने के लिए सब कुछ करेगी ! फरवरी, 2023 को राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण में अडानी महा-घोटाले पर 2 सीधे सवाल पूछे -: 1. क्या अडानी की शेल कंपनियों में २२0,000 करोड़ या 3 बिलियन डॉलर हैं ? अडानी इस पैसे को खुद कमा नहीं सकता क्योंकि वो इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस में है।
यह पैसा कहां से आया? किसका काला धन है? ये किसकी शेल कंपनियां हैं? ये कंपनियां डिफेंस फील्ड में काम कर रही हैं। कोई क्यों नहीं जानता? यह किसका पैसा है? इसमें एक चीनी नागरिक शामिल है। कोई यह सवाल क्यों नहीं पूछ रहा है कि यह चीनी नागरिक कौन है? वह पहला सवाल था। 2. प्रधानमंत्री मोदी जी का अडानी से क्या रिश्ता है? उन्होंने श्री अडानी के विमान में आराम करते हुए पीएम मोदी की तस्वीर दिखाई। उन्होंने रक्षा उद्योग के बारे में, हवाई अड्डों के बारे में, श्रीलंका में दिए गए बयानों के बारे में, बांग्लादेश में दिए गए बयानों के बारे में, ऑस्ट्रेलिया में स्टेट बैंक (भारत के) के चेयमैन के साथ बैठे श्री नरेंद्र मोदी और थी अडानी की तस्वीरें, जिन्होंने कथित तौर पर $1 बिलियन का ऋण स्वीकृत किया था, के बारे में दस्तावेज दिए। यह सबूत के साथ सवालों का दूसरा सेट था।
अडानी के घोटाले पर संसद गें श्री राहुल गांधी के भाषण के ठीक 9 दिन बाद, उनके खिलाफ मानहानि का मामला फिर से शुरू हो गया। राज्यसभा में कांप्रेश् अशक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषण से अडानी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और श्री राहुल गांधी के भाषण (लगभग पूरी तरह से) को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया। क्यों ? > संसद के बजट सत्र के चल रहे दूसरे भाग में, भारत के इतिहास में पहली बार एक सत्तारूढ़ पार्टी – भाजपा संसद को बाधित कर रही है और इसे काम नहीं करने दे रही है। यह अडानी को बचाने के लिए ञ ध्यान भटकाने की साजिश है। जबकि संयुक्त विपक्ष इस पर ॥20 (संयुक्त संसदीय समिति) चाहता | न गन गण पर भाजपा मंत्रियों द्वारा हमला किया गया। लोक सभा अध्यक्ष महोदय को राहुल जी नेदो अनुरोध किये कि उनको संसद में जवाब देने दें। इस के बाद तीसरी बार अध्यक्ष जी से मीटिंग भी की पर तीन अनुरोधों के बावजूद अध्यक्ष जी ने संसद में उन्हें बोलने का अवसर देने से इनकार कर दिया। इससे साफ़ पता चलता है कि पीएम मोदी नहीं चाहते कि अडानी के साथ उनके रिश्ते का
कांग्रेस के लिए जनता, लोकतंत्र और राष्ट्रहित सबसे ऊपर
कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की तरफ से पूरे देश में पिछले 28 और 29 मार्च को मोदी सरकार के आर्थिक महाघोटाले, मोदी और गौतम अडानी के रहस्यमय रिश्ते, मोदी सरकार के अलोकतांत्रिक और असंसदीय रवैये और मोदी सरकार द्वारा गलत तरीके से अपने जिगरी यार गौतम अडानी को बीस हजार करोड़ रुपए की आर्थिक लाभ दिए जाने को लेकर पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया, इसीक्रम में आज वाराणसी में भी एक पत्रकारवार्ता का आयोजन जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी, वाराणसी की तरफ से आयोजित किया गया । पत्रकारवार्ता के प्रारंभ में जिला एवं वाराणसी महानगर कांग्रेस कमेटी तथा उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के यशस्वी प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व विधायक अजय राय तथा पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा ने प्रोफ़ेसर गौरव वल्लभ त्रिपाठी को काशी धार्मिक परंपरा अनुसार अंगवस्त्रम और माल्यार्पण कर स्वागत किया । पत्रकारवार्ता में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रोफ़ेसर गौरव वल्लभ त्रिपाठी ने कहा कि – काशी के युवा भी अपने प्रधानमंत्री जी से मन की बात कर गौतम अडानी, नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या, मेहुल चौकसी की तरह अमीर बनना चाहते होंगे क्योंकि ये सारे के सारे भगोड़े मोदी जी के गुरु मंत्र से ही आज न सिर्फ अरब पति बने बैठे हैं, बल्कि मोदी जी के ही आशीर्वाद की छाया तले गैरकानूनी तरीके से भारत की अकूत संपदा लेकर विदेशों में ऐश कर रहे हैं ।
आज के पत्रकारवार्ता में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व विधायक अजय रायजी, जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा, संजीव सिंह, फसाहत हुसैन बाबू, डॉ राजेश गुप्ता, राकेश चंद्र शर्मा, ओम प्रकाश ओझा, मनीष मोरोलिया, डॉ नृपेंद्र नारायण सिंह, चंचल शर्मा, रंजीत तिवारी, रोहित दूबे, मुहम्मद उज्जेर, विकास कौंडिल्य,अनुभव राय, किशन यादव, ऋषभ पांडेय, संदीप पाल, आशीष गुप्ता, गोपाल पटेल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।
डॉ.नृपेंद्र नारायण सिंह, प्रवक्ता वाराणसी कांग्रेस
फोटो:वीडियो: अशोक पाण्डेय (उत्तम सवेरा न्यूज़, मीडिया प्रभारी, उत्तर प्रदेश)