वाराणसी| ब्रम्हलीन ज्योतिष पीठाधीश्वर व द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज को आज लंका स्थित ग्लोरियस एकेडमी के सभागार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
संस्थापक एवं कार्यक्रम आयोजक ग्लोरियस एकेडमी के निदेशक डॉ गिरीश चन्द्र तिवारी ने बताया कि हमारे परम पूज्य गुरुदेव धर्म सम्राट स्वामी स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज दो पीठाधीश्वर ज्योतिष पीठाधीश्वर व द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर रहे हैं 99 वर्ष की आयु पूरी करके पितृपक्ष आने पर उन्होंने अपने संसार की भौतिक लीला को समाप्त करके ब्रह्मलीन हो गए।
उन्होंने कहा कि जो ब्रह्म को जानता है वह ब्रह्मलीन हो जाता है होते हैं। उन्होंने कहा की स्वामी है थे और रहेंगे उन्होंने बताया कि आज उनके भक्तों के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। जिसमें काशी के तमाम विद्वान एवं बटुक मौजूद रहे। जिन्होंने आज स्वामी जी को श्रद्धांजलि अर्पित किया ।
कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न प्रबुद्ध एवं विद्वानों ने स्वामी जी के चरणों में पुष्प अर्पित किया कार्यक्रम में स्वामी स्वरूपानंद न्याय वेदांत महाविद्यालय से आये बटुकों ने वैदिक श्रद्धांजलि अर्पित की।
उक्त कार्यक्रम में पद्मविभूषण पं एवं काशी विद्वत परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष विशिष्ट त्रिपाठी जी,पं पारस नाथ उपाध्याय अध्यक्ष सरयूपारीण ब्राह्मण परिषद,डॉ नागेंद्र कुमार द्विवेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय ब्राम्हण महासभा,प्रो आर के शुक्ला बीएचयू पूर्व डीन अंग्रेजी विभाग, प्रो कृपा शंकर ओझा बीएचयू ,प्रो उमेश चंद्र दुबे बीएचयू, काशी विद्वत परिषद न्यास अध्यक्ष श्री प्रकाश मिश्र , प्रो देव व्रत चौबे बीएचयू , प्रो जितेंद्र त्रिपाठी बीएचयू, प्रो राम नारायण द्विवेदी काशी विद्वत परिषद के मंत्री , डा नागेन्द्र द्विवेदी , प्रो उपेन्द्र त्रिपाठी बीएचयू , प्रो अपर्ण कुमार शुक्ला, रमेश तिवारी , सुनील शुक्ला , डा रवि त्रिवेदी वैघ , रामेश उपाध्याय , संजय पाण्डेय , एवं अन्य लोग मौजूद रहे