वाराणसी में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें सिनबोन मॉडल पर प्रशिक्षण दिया गया।
यह कोर्स अंतरराष्ट्रीय संस्था ए ओ ट्रामा के अंतर्गत आयोजित किया गया इसमें देश भर से आए 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें 10 प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण दिया, प्रमुख रूप से कोर्स के चेयरमैन डॉ उमेश चक्रवर्ती काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ट्रामा सेंटर से डा संजय यादव, डॉ शिवम, उत्तर प्रदेश आर्थोपेडिक एसोसिएशन के सेक्रेटरी डॉ संतोष सिंह, डाक्टर अमित जायसवाल, डॉ कर्म राज सिंह, वाराणसी आर्थोपेडिक सर्जन डॉ विनीत यादव ने सबको प्रशिक्षण दिया उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ट्रामा और हड्डी के इलाज के बारे में बताते हुए कहा कि ट्रामा के बेहतर प्लानिंग करने से बेहतर परिणाम निकलते हैं ऐसे कार्यक्रम का उद्देश्य होता है आप अच्छे से सिखिए और आगे सिखाईए जिससे मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध हो।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ संजय यादव ने बताया कि एक्टरनल फिक्सेशन सिस्टम के साथ हड्डी के बाहर जो मांस का कवर और सौफ्ट टिशु होते हैं उनका इलाज भी अति आवश्यक है इसके साथ ट्रामा मैनेजमेंट में एक कुशल और पुर्ण रुप से प्रशिक्षित टीम का होना अति आवश्यक है जिससे की मरीज को लाभ मिलता है और बेहतर परिणाम निकलते हैं।