वाराणसी शहर के सबसे पुराने और भीड़भाड़ वाले बाजारों में से एक दालमंडी में चौड़ीकरण की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. लोक निर्माण विभाग (PWD) ने रविवार को बड़ा कदम उठाते हुए प्रस्तावित चौड़ीकरण क्षेत्र में आने वाले दुकानों और मकानों पर नोटिस चस्पा कर दिया है. नोटिस में स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि निर्धारित समय सीमा के भीतर दस्तावेज जमा नहीं करने वालों की संपत्तियों पर बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी.
दालमंडी की सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। पीडब्ल्यूडी की तरफ से रविवार को 181 भवन स्वामियों को नोटिस दिया गया। जहां भवन स्वामी नहीं मिले, वहां नोटिस चस्पा कराया गया। सबको पांच दिन के भीतर दुकान-मकान से जुड़े कागजात मुहैया कराने हैं इसके लिए चौक थाना परिसर में सोमवार की सुबह से शाम तक पीडब्ल्यूडी का कैंप कार्यालय खुला रहेगा।
कागजात न देने की स्थिति में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले काशी दौरे पर दालमंडी की सड़क को मिशन मोड में बनवाने के निर्देश दिए थे इसे देखते हुए ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने तेजी दिखाई और रविवार को पुलिसकर्मियों के साथ दालमंडी पहुंच गए।
कुछ लोगों ने नोटिस पर आपत्ति जताई लेकिन पुलिस की मौजूदगी के चलते विरोध नहीं कर सके। नोटिस के मुताबिक, 17 अक्तूबर से अतिक्रमण हटाया जाएगा। इसके बाद सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू होगा। जो लोग कागजात जमा कराएंगे, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा।
650 मीटर लंबी सड़क 60 फीट चौड़ी होगी। इसमें 30 फीट सड़क रहेगी। दोनों ओर 15-15 फीट का फुटपाथ विकसित किया जाएगा। सड़क आदर्श मॉडल के रूप में विकसित की जाएगी। सड़क चौड़ीकरण के बाद जहां लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी, वहीं बाजार बेहतर ढंग से संचालित हो सकेगा।
दालमंडी सड़क चौड़ीकरण के संबंध में शासन ने जीओ (गवर्नमेंट ऑर्डर) जारी कर दिया है। चौड़ीकरण की जद आने वाले भवन और दुकान को चिह्नित कर लिया गया है। 186 भवन, दुकान स्वामियों को 191 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में दिए जाएंगे। बारिश के बाद सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए लिए 215 करोड़ 88 लाख 44 हजार रुपये जारी कर दिए हैं।