वाराणसी | स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर देशभर में मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव के परिप्रेक्ष्य में उत्तर प्रदेश शासन के हर घर तिरंगा कार्यक्रम के शुभ अवसर पर श्रीमान एडीजी महोदय , पीएसी के निर्देशानुसार दिनांक 11 से 17 अगस्त तक होने वाली विभिन्न कार्यक्रमों के तहत आज दिनांक 11-08-2022 प्रथम दिन, हर घर तिरंगा कार्यक्रम के तहत सेनानायक महोदय डॉ अनिल कुमार पाण्डेय , (आईपीएस) की उपस्थिति में प्रातः काल संपूर्ण वाहिनी / आवासीय परिसर में व्यापक स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाया गया l स्वच्छता अभियान में वाहिनी के समस्त अधिकारी /कर्मचारी अपना श्रमदान किए l स्वच्छता अभियान के तहत वाहिनी के समस्त आवासीय भवन, प्रशासनिक भवन, परेड ग्राउंड, वाहिनी क्वार्टर -गार्ड, मुख्यालय शाखा, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, वाहिनी चिकित्सालय, वाहिनी परिसर की गार्द, वाहिनी की प्रवेश व निकास द्वार, आरटीसी बैरक, शहीद स्मारक, परिवहन शाखा, वाहिनी भोजनालय सहित वाहिनी के विभिन्न स्थलों की विधिवत अंदर -बाहर,साफ- सफाई व छत व दीवारों पर लगे पेड़ – पौधों को हटाया गया l इसी क्रम में सेनानायक महोदय द्वारा वाहिनी शहीद स्मारक पहुंचकर साफ -सफाई के साथ-साथ वृहद पैमाने पर वृक्षारोपण किया गयाl
बाद स्वच्छता अभियान हर घर तिरंगा कार्यक्रम की शुरुआत सेनानायक महोदय द्वारा वाहिनी गिरिजा लाइन परिसर में स्थित कर्मचारी आवासीय भवन पर तिरंगा झंडा फहरा कर किया गया l इस अवसर पर वाहिनी बैंड द्वारा राष्ट्रगान/ देशभक्ति गीत की मनमोहक प्रस्तुति/ वादन किया गयाl पुनः सेनानायक महोदय द्वारा वाहिनी शहीद स्मारक पहुंचकर तिरंगा झंडा लगाया गया l
श्री अमर बहादुर- सहायक सेनानायक
श्री अविचल पाण्डेय -शिविरपाल
श्री कैलाश नाथ सिंह – सूबेदार मेजर व वाहिनी के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा निर्धारित आवास व कार्यालय भवनों पर तिरंगा झंडा लगाया गया l
वाहिनी स्थित विभिन्न आवासीय भवनों पर भी कर्मचारीगण व उनके परिवारिक सदस्य द्वारा तिरंगा झंडा लगाया गया l
वाहिनी में स्थित समस्त बैरक,RTC बैरक, CPC कैंटीन, RO प्लांट, वाहिनी चिकित्सालय, वाहिनी प्रवेश द्वार, निकास द्वार, जलपान गृह, प्रशासनिक भवन सहित समस्त भवनों पर मान- सम्मान के साथ तिरंगा झंडा लगा दिया गया है I
आजादी का अमृत महोत्सव काफी हर्षोल्लास के साथ वाहिनी परिसर में मनाया जा रहा है
स्वतंत्रता की ये यात्रा अब कभी रुक ना पाए, जान भी चली जाए, लेकिन तिरंगा झुकने ना पाए I