वाराणसी | चिकित्सालय विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो एस के सिंह ने नोटिफिकेशन जारी कर प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डाक्टरो पर नकेल कसने के लिए सभी को एफिडेविट देने को कहा है जिससे चिकित्सालय में कार्यरत सभी वरिष्ठ चिकित्सकों को बाहर प्रैक्टिस करने पर रोक लगाई गई है, गौरतलब है कि आएं दिन शिकायत दर्ज होती है कि बीएचयू के चिकित्सक बाहर अपने आवास व क्लिनिक पर 500-1000 रुपए फीस लेकर मरीज देखते हैं जबकि उनको प्राइवेट प्रैक्टिस न करने के लिए सैलरी में अलग से एलाउंस मिलने का प्रावधान है ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डाक्टरो की सुचि तैयार की है और एफिडेविट पर हस्ताक्षर करने के बाद कार्यवाही का भी अनुमान लगाया जा रहा है।
प्राइवेट प्रैक्टिस के नाम पर मरीजों का जबरदस्त शोषण किया जाता है ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डाक्टरो पर नकेल कसने और कार्यवाही करने का फैसला किया है