सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में की कई परियोजनाओं की समीक्षा, बाढ़ पीड़ितों से भी मिले

Shwetabh Singh
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वाराणसी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वाराणसी में विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की. उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ और काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन के साथ अपने दौरे की शुरुआत की.

 

दुर्लभ पांडुलिपियों के संरक्षण पर जोर

 

मुख्यमंत्री ने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय का दौरा किया, जहाँ उन्होंने राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन के तहत चल रहे दुर्लभ पांडुलिपियों के संरक्षण कार्यों का निरीक्षण किया. यह तीसरी बार है जब मुख्यमंत्री ने इस विश्वविद्यालय का दौरा किया. उन्होंने पांडुलिपियों के संरक्षण कार्यों की गति बढ़ाने का निर्देश दिया और इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार से हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया.

 

कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक सरस्वती भवन पुस्तकालय का जीर्णोद्धार कार्य प्रगति पर है. मुख्यमंत्री ने भारतीय संस्कृति की इस धरोहर को संरक्षित करने के प्रयासों की सराहना की.

 

भारत के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे का निरीक्षण

मुख्यमंत्री ने वाराणसी में निर्माणाधीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे का भी निरीक्षण किया. यह परियोजना ‘पर्वतमाला’ योजना के तहत बनाई जा रही है और इसे विश्व का तीसरा और भारत का पहला पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे बताया जा रहा है.

 

परियोजना की मुख्य बातें:

 

यह रोपवे 4.2 किलोमीटर लंबा होगा, जो कैंट रेलवे स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) को चर्च स्क्वायर (गोदौलिया) से जोड़ेगा.

 

इसकी अनुमानित लागत लगभग 645 करोड़ रुपये है.

 

• इसमें लगभग 220 केबल कार होंगी, जिनमें से प्रत्येक में 10 यात्री बैठ सकेंगे.

 

• ये कारें 45 मीटर की ऊँचाई पर चलेंगी, जिससे शहर में यातायात की भीड़ कम होगी और पर्यटकों को भी लाभ मिलेगा.

 

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस परियोजना को गुणवत्ता के साथ युद्धस्तर पर पूरा करने का निर्देश दिया.

 

बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात और राहत सामग्री वितरण

अपने दौरे के अंत में, मुख्यमंत्री ने जेपी मेहता इंटर कॉलेज परिसर में बनाए गए बाढ़ राहत शिविर का दौरा किया. उन्होंने वहाँ रह रहे परिवारों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और लगभग 25 लोगों को राहत सामग्री वितरित की. उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावितों की बुनियादी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखने का निर्देश दिया.

शिविर में मौजूद बच्चों को मुख्यमंत्री ने चॉकलेट दी, जिससे उनके चेहरे खिल उठे. उन्होंने बच्चों को खूब मन लगाकर पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया.

 

 

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