काशी विश्वनाथ – प्रसाद घर-घर वितरण, बांटी जा रही यह खास पुस्तिका

Uttam Savera News
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वाराणसी। काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन होने के बाद अब प्रसाद का वितरण शुरू हो गया है. काशी के एक-एक घर तक प्रसाद पहुंचाया जाएगा. प्रसाद के साथ एक खास पुस्तिका भी बांटी जा रही है| श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के साथ ही काशी के भक्तों के लिए प्रसाद वितरण का कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय अस्सी-नंगवा स्थित जगन्नाथ मंदिर सेशुरुआत किया| भाजपा द्वारा शुरू किये गए प्रसाद वितरण कार्यक्रम की जिम्मेदारी सभी विधानसभाओं के मंडल प्रभारियों को मिली है. भाजपा ने महाप्रसाद को घर- घर बांटने के लिए स्वयं जिम्मेदारी उठायी है.प्रसाद के रूप में लड्डू के वितरण के लिए सभी विधानसभाओं के सभी बूथों पर प्रभारियों की जिम्मेदारी रहेगी. प्रसाद के साथ ही विश्वनाथ मंदिर का इतिहास समेटे पुस्तिका को भी बांटा जाएगा.प्रत्येक मंडल में 50-50 हजार डिब्बा बांटने की जिम्मेदारी दी गई है. प्रत्येक बूथ पर 200 के करीब डिब्बे और पुस्तिका बांटी जानी है. प्रत्येक घर में एक डिब्बा प्रसाद और पुस्तिका दी जायेगी. भाजपा काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण को लेकर बहुत उत्साहित है और इस प्रसाद वितरण कार्यक्रम को भी अतिउत्साह से सम्पन्न कर रहे हैं. काशी के प्रत्येक घर में यह प्रसाद बांटा जाएगा.|

श्री काशी विश्वनाथ धाम का मुख्य आकर्षण मंदिर परिसर में निर्मित भवन तथा आध्यात्मिक व घार्मिक महत्व की संरचनाएं हैं। हसमें भवन निर्माण पर र 386.70 करोड़ व्यय हुए हैं। मन्दिर परिसर का विस्तार करने के लिए रू 489.05 करोड़ भवन क्रय में व्यय किये गये। कॉरिडोर निर्माण / विस्तार के दौरान आस पास के घरों के अन्दर स्थित 40 मन्दिर विग्रह सहित प्राप्त हुए। इन सभी 40 मन्दिरों का पुरातन भव्यता के साथ जीर्णोद्धार करके एक मणिमाला की तरह पुनर्स्थापित किया गया है। निर्मित नवीन परिसर की विशेषताएं निम्नवत हैं मंदिर परिसर

श्री काशी विश्वनाथ धाम का मुख्य आकर्षण मंदिर परिसर है जिसके प्रदक्षिणा चथ में चार भव्य द्वारों का निर्माण किया गया है। श्री काशी विश्वनाथ धाम में चुनार का लाल बलुआ पत्थर, मकराना संगमरमर का प्रयोग किया गया है। वास्तुकला के दृष्टिगत काशी की वास्तुकला तथा आध्यात्मिक भाव को समाहित करते हुए परिसर को मेहराब, बेलबूटे, स्तम्भों की बनावट, प्रदक्षिणा मार्ग तथा प्रस्तर की जालियों से सुसज्जित किया गया है। मुख्य परिसर में भक्तों को भव्य एवं दिव्य अनुभूति होगी।

यात्री सुविधा केन्द्र

श्री काशी विश्वनाथ धाम के अर्न्तगत निर्मित यात्री सुविधा केन्द्र में श्रद्धालुओं के लिए सिक्‍योरिटी चेक एवं लॉकर की सुविधा है। शॉपिंग कॉम्प्लेक्स

शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण से श्रद्धालुओं को आवश्यक पूजन सामग्री, दान

की वस्तुएं और पूजा के उपकरण तथा अन्य उपयोगी सामान परिसर में ही उपलब्ध होंगे। इससे कारोबार एवं रोजगार में वृद्धि होगी।

वाराणसी गैलरी

इस भवन का क्षेत्रफल 375 वर्गमीटर है। उक्त भवन मल्टीपरपज हॉल और सिटी म्यूजियम के बीच करुणेश्वर महादेव मंदिर के पास स्थित है। उक्त भवन की आंतरिक|

दीवारों पर चित्रों के माध्यम से आध्यात्मिक व धार्मिक आख्यानों का उल्लेख किया गया है। सिटी म्यूजियम इस भय्तन का क्षेत्रफल 1143 वर्गमीटर है, जो वाराणसी गैलरी व मुमुक्षु भवन के बीच में स्थित है। यह भवन जी+1 है। इस भवन में एक रिसेप्शन होगा, जो प्रदर्शनी स्थान को निर्देशित करेगा। इस भवन में बड़े कमरे व छोटे कमरे होंगे। यह भवन यात्रियों को प्राचीन वस्तुओं के बारे में जानकारी देने की सुविधा के दृष्टिगत बनाया गया है। मुमशक्षु अवन उपरोक्त भवन 1161 वर्गमीटर जी+2 में निर्मित है, जो मंदिर चौक के भव्य द्वार के ठीक बाद स्थित है। इसे आने वाले सभी वृद्ध यात्रियों व अस्वस्थ लोगों की देखभाल के लिए निर्मित किया गया है, तथा भवन में बेड व वार्डों की भी व्यवस्था की गयी है। इस भवन में सीढ़ी के अतिरिक्त वृद्ध व मरीजों की सुविधा हेतु लिफ्ट, रिसेप्शन, शौचालय की भी व्यवस्था की गयी है। जेस्ट हाउस यह भवन 1962 वर्गमीटर जी+2 में निर्मित है, जिसका निर्माण विशेष रूप से आने वाले यात्रियों/दर्शनार्थियों के ठहरने के लिए किया गया है। बैदिक केन्द्र यह भवन 986 वर्गमीटर जी+1 में निर्मित है। भवन यात्री सुविधा केन्द्र-3 के सामने स्थित है। भवन का निर्माण आध्यात्मिक प्रदर्शनी, सभा/समारोह आयोजित करने हेतु किया गया है। मल्टीपरपज हॉल यह भवन 976 वर्गमीटर जी+1 में निर्मित है। भवन मणिकर्णिका चौराहे के पास स्थित है। बहुउद्देशीय हॉल का निर्माण जनता के सेवा कार्यों के संचालन हेतु किया गया है। उक्त भवन में 200 से 300 लोग एक साथ समायोजित हो सकते हैं। साथ ही इसमें एस्केलेटर की भी व्यवस्था की गयी है।

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