महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का 47वां दीक्षांत समारोह पहली बार कैंपस के बाहर रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने समारोह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर आज 101 छात्रों को 103 स्वर्ण पदक प्रदान किए जा रहे हैं, जिसमें तीन ट्रांसजेंडर विद्यार्थियों को भी उपाधि दी जा रही है।
इस वर्ष का दीक्षांत समारोह कई मायनों में खास है। पहली बार विश्वविद्यालय और संबद्ध कॉलेजों के लिए अलग-अलग टॉपर घोषित किए गए हैं। प्रत्येक पाठ्यक्रम में विश्वविद्यालय का एक सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाला टॉपर होगा और एक संबद्ध कॉलेज का टॉपर होगा। इसके लिए विश्वविद्यालय और संबद्ध कॉलेजों की अलग-अलग मेधावी सूची जारी की गई है।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एम्स नई दिल्ली की पद्मश्री प्रोफेसर सरोज चूड़ामणि उपस्थित हैं।
विश्वविद्यालय ने 27 सितंबर को स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए शीर्ष 10 विद्यार्थियों की सूची जारी की थी। इन सूचियों पर 30 सितंबर दोपहर 12 बजे तक परीक्षा गोपनीय विभाग में आपत्तियां दर्ज कराई जा सकती थीं।
पूर्व में विश्वविद्यालय स्तर पर (कॉलेजों और मुख्य परिसर को मिलाकर) एक ही सूची बनाई जाती थी, जिसमें समग्र रूप से सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले मेधावी को स्वर्ण पदक दिया जाता था। इस बार इस व्यवस्था में बदलाव किया गया है ताकि विश्वविद्यालय और कॉलेज दोनों के उत्कृष्ट विद्यार्थियों को सम्मानित किया जा सके।