वाराणसी | स्वामी विवेकानंद प्रवास स्थल पर पहुंचे, मिशन के अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी सुहितानन्द महाराज, प्रवास स्थल पर मिशन के उच्च पदस्थ अधिकारियों का दौरा तेज, अधिवक्ताओं और व्यापार मंडल के लोगों ने किया स्वागत, सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले से साबित किया कि यही जगह है जहा गोपाल लाल विला भवन स्थित है जहां स्वामीजी प्रवास किते थे।
रामकृष्ण मिशन के अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी सुहितानन्द महाराज,काशी रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष विश्वात्मानन्द महाराज,सचिव कल्याण महाराज,आशीष महाराज वह अन्य मिशन से जुङे लोग एवं टी कालेज अर्दली बाजार स्थित गोपाल लाल विला पहुंचे । स्वामी विवेकानंद प्रवास स्थल संरक्षण समिति के राजेश मिश्रा ,नित्यानन्द राय,रमेश जायसवाल विनोद पांडे भैयाजी, रणजीत राय ,दीपक राय कान्हा ,उदयनाथ शर्मा,
व्यापार मंडल अर्दली बाजार के मनोज दुबे,राकेश गुप्ता,चंचल श्रीवास्तव,आकाश श्रीवास्तव जुगनु,सहर्ष सिंह, राजकुमार आहुजा,ने प्रवास स्थल पर स्वामी सुहितानन्द जी महाराज का माल्यार्पण कर स्वागत किया । बनारस बार के पूर्व अध्यक्ष राजेश मिश्रा व पुर्व महामंत्री नित्यानंद राय ने मिशन के अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया।
अर्दली बाजार व्यापार मंडल के महामंत्री मनोज दुबे ने बुके देकर स्वामीजी का स्वागत किया।बनारस बार के पूर्व महामंत्री नित्यानंद राय ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देकर स्वामीजी को बताया कि इस आदेश से साबित है कि गोपाल लाल विला यही भवन है जो अब खंडहर हो चुका है ।स्वामीजी इसी गोपाल लाल विला में आज से 118साल पहले यहां प्रवास किये था और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किये थे। स्वामीजी ने पुर्व महामंत्री के इस प्रयास और खोजबीन पर बहुत खुशी और संतुष्टि जाहिर किया और कहा कि रामकृष्ण मिशन का यह मिशन है कि जहां जहां स्वामीजी प्रयास किये है वहां वहां भब्य स्मारक बने। करोना से इस मिशन में कुछ व्यवधान हुआ है लेकिन यहां भब्य स्मारक बन कर रहेगा।
बता दें एल टी कालेज अर्दली बाजार स्थित गोपाल लाल विला में स्वामी विवेकानंद अपने स्वर्गारोहण से कुछ महीना पहले रूके थे और एक महीना से ज्यादा प्रवास किये थे।इस जगह को बचाने ,संरक्षित करने और भब्य स्मारक बनाने के लिए अधिवक्ता समाज विनोद पांडे भैयाजी,नित्यानंद राय के नेतृत्व में अभियान चलाये हुये है और हालिया दिनों मे रामकृष्ण मिशन के उच्च पदस्थ लोग यहां लगातार दौरा कर रहे हैं।
नोट–सुप्रीम कोर्ट के फैसले की जरुरत इसलिए पङी की कुछ नकारात्मक ताकतें यह कह रही थी गोपाल लाल विला यही भवन है यह आप कैसे कह सकते हैं तो बनारस बार के पूर्व महामंत्री नित्यानंद राय ने इस सवाल को चुनौती की तरह लिया और काफी रिसर्च करके सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की कापी कानुन की मोटी मोटी किताबों से निकाला और साबित किया कि यही वो भवन है जिसे गोपाल लाल विला कहते हैं और यही पर स्वामी विवेकानंद प्रवास किये थे।