प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के कैन्ट विधानसभा अंतर्गत मुख्य चिकित्सा अधिकारी वाराणसी संदीप चौधरी के विशेष निर्देश पर
समय…. आधी रात 12: 03 बजे …
स्थान ….विवेकानंद राजकीय चिकित्सालय भेलूपुर ( सरकारी हॉस्पिटल)
कड़ाके की #सर्द …सड़कों पर इक्का दुक्का का गाड़ियों का दौड़ना …
वाराणसी। इस बीच एंबुलेंस के सायरन की तेज आवाज ठंडी रात को किसी अनहोनी की आशंका से हिला के रख देती है…..
तेज रफ्तार में हॉस्पिटल में पहुंची एंबुलेंस से एक मरीज को निकाला जाता है पता चलता है कि उसे #हार्ट अटैक आया है जैसा कि आजकल ठंडी में हो रहा है …..
आनंन फानन में इमरजेंसी में दो-दो हाथ करने को तैयार चिकित्सा अधिकारी डॉ क्षितिज त्रिपाठी, डॉ सोनी और सहयोगी विकास की टीम मरीज की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास करती है …..
जैसा की सरकारी हॉस्पिटल के बारे में लोगों की सोच से उलट यहां काम होता है त्वरित कार्यवाही करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हर सरकारी अस्पताल में उपलब्ध ईसीजी कराकर जीवन रक्षक इंजेक्शन लगाकर मरीज की जान बचा दी जाती है…..
यही मरीज अगर किसी #प्राइवेट हॉस्पिटल में जाता तो निश्चित तौर पर हार्ट अटैक जैसी बीमारियों के लिए जो इंजेक्शन आता है तुरंत 50 हजार से लाख रुपया मरीज से वसूल लिया जाता…..
राज्य सरकार द्वारा हर सरकारी अस्पताल में हर तरह की जांच की सुविधा हर तरह के जीवन रक्षक दवाइयां की सुविधा उपलब्ध कराई गईं है…बस थोड़ी सी जागरूकता की जरूरत है..