वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BanarasHindu University BHU) में अनियमितताओं की शिकार पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही है। महीने भर से चल रहे छात्रों के विरोध प्रदर्शन और आंदोलन के बीच सोमवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grant Comission UGC) ने पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगा दी और जांच के लिए एक समिति गठित करने का आदेश दिया। यह समिति विभागीय अनियमितताओं की जांच कर आयोग को रिपोर्ट सौंपेगी।
वही, शिक्षा मंत्रालय ने कार्यवाहक कुलपति प्रो. संजय कुमार और कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह को दिल्ली तलब कर गड़बड़ियों के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम पूछे हैं। वहीं, प्रवेश प्रक्रिया में गड़बड़ियों को लेकर छात्र एक महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने रविवार को भी सेंट्रल ऑफिस का घेराव किया। यूजीसी के सचिव अमिष जोशी ने पत्र जारी किया जिसमें लिखा है कि बीएचयू में पीएचडी प्रवेश के संबंध में तमाम विसंगतियां संज्ञान में आई हैं। गड़बड़ियों की जांच और यूजीसी के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए समिति गठित करने का निर्णय लिया गया है।