वाराणसी | बी.के शिवानी की तरह अध्यात्म जगत में नाम कमाना चाहती हैं गुंजन सुनेजा साथ-साथ अपने पेशे में जो वह फैशन डिजाइनिंग करती हैं| वह चाहती हैं कि अब फैशन डिजाइनिंग के साथ-साथ लोगों की जिंदगियां भी सवारे| गुंजन सुनेजा (फैशन डिज़ाइनर) संस्था से यह सीखा कि आपको कुछ छोड़ना नहीं पड़ेगा बल्कि आप परमात्मा को अगर साथ लेकर चलते हैं, तो आपका जीवन आपका बिजनेस आपके रिलेशनशिप और भी बहुत सुंदर हो सकते हैं |
अध्यात्म को लेकर सबसे बड़ा सत्य है कि अगर आपके जीवन में कोई दुख आता है तभी आप स्पिरिचुअलिटी में जाते हैं और दूसरी बात कि अभी तो बहुत जल्दी है, अभी तो हम युवा हैं तो जब 50 साल के बाद हम स्पिरिचुअलिटी में जाएंगे लेकिन आजकल का जो आधुनिक युग है, जिसमें लोगों में बहुत चलन बढ़ गया है| ड्रिंक करने का पार्टी करने का लत का जिस वजह से इंडिया नंबर वन पर भी है|
डिप्रेशन में कंपैरिजन कंपटीशन, एक दूसरे से जलन, तो यह सबसे ज्यादा युवाओं में है तो, आध्यात्मिकता की सबसे ज्यादा जरूरत भी युवाओं को है और अब जो आध्यात्मिक है जिसका कोई विकल्प नहीं है आध्यात्मिकता उतनी ही जरूरी हो गया है जितना कि खाना-खाना जरूरी है जितना कि टेक्नोलॉजी और फोन यूज करना जरूरी है, क्योंकि हम हर तरफ से हमने रास्ते खोल रखे हैं| हमारे जीवन में नेगेटिविटी के आने के लेकिन हमने पॉजिटिविटी आने का कोई रास्ता नहीं खोला है| इसलिए हम अपने आप को बहुत लोग बहुत अकेला बहुत कमजोर फील करते हैं जिस वजह से हम को कई तरह के लत (बुरी आदतों) में जाना पड़ता है |