उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय राय ने कहा है संसद भवन पर हमले की बरसी के दिन संसद सदन के भीतर कूद कर आतंक भरा उत्पात करने के अपराध को लेकर आरंभिक दायित्व निर्धारण क्रम में भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ सरकार द्वारा कोई दंडात्मक कार्रवाई न किया जाना प्रमाणित करता है कि केन्द्र की भाजपा सरकार इस गंभीर अपराध को लेकर कत्तई गंभीर नहीं है। आज हर व्यक्ति के जेहन में यह सवाल कौंध रहा है कि संसद सदन में घुसे अपराधियों की दर्शक दीर्घा पास हेतु गैरजिम्मेदाराना संस्तुति यदि भाजपा के अलावा और किसी दल के सांसद ने की होती, तो क्या तब भी सरकार का उस सांसद के प्रति ऐसा ही रुख होता। बेशक हर कोई समझता है कि तब सबसे पहले उसी के खिलाफ ही कार्रवाई होती।
श्री राय ने कहा है कि ऐसे गंभीर अपराध में शामिल लोगों की राजनीतिक सरपरस्ती के प्रथम दृष्टया जिम्मेदार मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा पर सरकार तत्काल संसद की सदस्यता से वंचित किये जाने प्रक्रिया की प्रक्रिया चलाये और उन पर आपराधिक दंड प्रक्रिया में केस दर्ज करे। इसके बिना समूची जांच एवं कार्रवाई की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान का साया बना रहेगा।
सरकार ऐसे गंभीर मामलों में भी पक्षपात एवं भेदभाव युक्त कार्रवाई करेगी, तो विधि के शासन पर भरोसा पूरी तरह दफ़न हो जायेगा।